शंका के आधार पर पूछताछ में खुलासा
घटना के बाद भिलाई में अपने साथियों को वारदात के संबध में जानकारी दी। साथियों के आने के बाद पुलिस चौकी तुमड़ीबोड़ में रिपोर्ट लिखाई गई। इस मामले में पुलिस सतर्क होकर निकटवर्ती थानों में चेकिंग प्रारंभ कर दी। इस बीच घटना के विवरण के संबध में प्रार्थी से पूछताछ करने पर उसकी कुछ बातों पर विरोधाभास तथ्य आ रहे थे। कुछ देर बाद प्रार्थी के तीन और दोस्त आ गए। सभी से अलग-अलग पूछताछ करने पर पुलिस की शंका और बढऩे लगी। पुलिस पूछताछ में चारों के बयानों में भिन्नता आ रही थी। तब प्रार्थी से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसके साथ कोई वारदात हुई ही नहीं है।
घटना के बाद भिलाई में अपने साथियों को वारदात के संबध में जानकारी दी। साथियों के आने के बाद पुलिस चौकी तुमड़ीबोड़ में रिपोर्ट लिखाई गई। इस मामले में पुलिस सतर्क होकर निकटवर्ती थानों में चेकिंग प्रारंभ कर दी। इस बीच घटना के विवरण के संबध में प्रार्थी से पूछताछ करने पर उसकी कुछ बातों पर विरोधाभास तथ्य आ रहे थे। कुछ देर बाद प्रार्थी के तीन और दोस्त आ गए। सभी से अलग-अलग पूछताछ करने पर पुलिस की शंका और बढऩे लगी। पुलिस पूछताछ में चारों के बयानों में भिन्नता आ रही थी। तब प्रार्थी से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसके साथ कोई वारदात हुई ही नहीं है।
सबक सिखाने के नाम पर शिकायत
पूरी घटना का विवरण देते हुये उसने कहा कि वह रजनीश पांडेय निवासी खुर्सीपार भिलाई के फर्नीचर दुकान में काम करता है। साथ में आये राजेन्द्र शुक्ला व अजिम खान भी उसी दुकान में काम करते है। उसी फर्नीचर दुकान में ग्राम झितराटोला थाना छुरिया निवासी जीवन विश्वकर्मा कारपेन्टर का काम करता है। वह काफी दिनों से दुकान से छुट्टी लेकर आया और दुकान वापस नही लौट रहा था। रात को चारों आरोपियो रजनीश, अजीम, राजेन्द्र के साथ जीवन विश्वकर्मा के गांव गये थे। जहां उसने काम पर वापस नहीं लौटने की बात कहीं और धमकी भी दी। इस बात से नाराज होकर उसको सबक सिखाने के उद्देश्य से झूठी कहानी गढ़ी गई।
पूरी घटना का विवरण देते हुये उसने कहा कि वह रजनीश पांडेय निवासी खुर्सीपार भिलाई के फर्नीचर दुकान में काम करता है। साथ में आये राजेन्द्र शुक्ला व अजिम खान भी उसी दुकान में काम करते है। उसी फर्नीचर दुकान में ग्राम झितराटोला थाना छुरिया निवासी जीवन विश्वकर्मा कारपेन्टर का काम करता है। वह काफी दिनों से दुकान से छुट्टी लेकर आया और दुकान वापस नही लौट रहा था। रात को चारों आरोपियो रजनीश, अजीम, राजेन्द्र के साथ जीवन विश्वकर्मा के गांव गये थे। जहां उसने काम पर वापस नहीं लौटने की बात कहीं और धमकी भी दी। इस बात से नाराज होकर उसको सबक सिखाने के उद्देश्य से झूठी कहानी गढ़ी गई।
जिसके पास मोटर साइकिल मिलेगी उसे पुलिस पकड़ेगी यह प्लान किया गया कि जिसके पास वह मोटर साइकिल मिलेगी उसे पुलिस पकड़ेगी और जीवन विश्वकर्मा को सबक सिखाया जा सकेगा, किन्तु पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर झूठी रिपोर्ट का भंडाभोड़ करने में सफल रही। पुलिस चारों आरोपियों संतोष मिश्रा पिता रामाधार 27 वर्ष निवासी चिल्ल थाना नईगढ़ी जिला रीवा, रजनीश पिता मन्नू लाल पांडेय 30 वर्ष निवासी तिवरिया जिला रीवा, राजेश पिता रामलाल शुक्ला 32 वर्ष निवासी आटरा जिला रीवा, अजीम खान पिता जमीर खान 21 वर्ष निवासी शंकर नगर दुर्ग के खिलाफ कार्रवाई की गई।