गर्मी बढऩे के साथ प्रकाश में आते हैं यह मामले
विशेषज्ञ ने बताया कि मई में गर्मी असर दिखा रही है, आने वाले कुछ दिनों में गर्मी और बढऩे के साथ ही बेचैनी, सिर में दर्द, मितली लगने, डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक की समस्या अधिक आएगी। अगर इस तरह की तकलीफ हो तो चिकित्सक से संपर्क करें। लू का असर खास कर उन पर पड़ता है जो लोग फिल्ड में कार्य करते हैं, वे इससे अधिक जूझते हैं।
बाहर का खाना खाने से बचें
गर्मी के दिनों में बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए। इससे लूज मोशन, उल्टी की शिकायत हो सकती है। घर में भी कम तेल का भोजन करें।
जूस का करें उपयोग
गर्मी में फलों के जूस का उपयोग अधिक किया जाना चाहिए। नारियल पानी, नींबू शिंकजी, छांछ का उपयोग करें। पानी का सेवन अधिक करें। संतरा, मौसंबी, तरबूज, अनार वगैरह के जूस को लेना बेहतर है। खाने में सलाद का अधिक इस्तेमाल करें।
बाहर जाने से बचें
दो पहिया वाहन में तेज धूप में दोपहर के वक्त बाहर जाने से बचें। अगर जाना जरूरी हो तो ऐसा कपड़ा पहने जिससे शरीर अधिक से अधिक ढक सके। इसके साथ-साथ सिर, कान, नाक को भी ढक लें। जिससे गरम हवा के संपर्क में कम से कम आना पड़े। यह गरम हवा ही शरीर को गरम कर देती है और इससे लू लग जाता है।
हीट स्ट्रोक से आने लगता है चक्कर
हीट स्ट्रोक से आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है। सिर में दर्द होता है, चक्कर आने लगता है। मोशन होगा और डीहाइड्रेशन की शिकायत आती है।
खाने में दें खास ध्यान :-
सुबह :- नाश्ता में दलिया, पोहा, ब्रेड, उपमा लेना बेहतर है।
दोपहर :- दोपहर के खाने में दाल, चावल, रोटी, सब्जी, सलाद और छांछ का इस्तेमाल करना बेहतर है। सलाद में प्याज, मूली, ककड़ी, खीरा, टमाटर लेना अच्छा है। इससे डिहाइड्रेशन से भी बचाव होगा और लू भी नहीं लगेगी। अपने साथ भुने हुए चने, बिस्किट भी रखना चाहिए।
रात :- गर्मी के दिनों में रात के वक्त हल्का भोजन लें। रोटी कम खाएं और सब्जी अधिक लें। सब्जी में पानीदार सब्जियां जैसे लौटी, तोरई का उपयोग करना शरीर के लिए बेहतर है।