हितग्राहियों ने कहा नहीं दिए आवेदन
उचित मूल्य की सरकारी राशन दुकान से फर्जी राशन कार्ड के सहारे 54 लाख से अधिक रुपए का राशन अब तक उठाया जा चुका है। सेक्टर-4 की दुकान पर दो हितग्राही मिले। पूछताछ में जांच कमेटी टीम को उन्होंने बताया कि राशन कार्ड कब और कैसे खुर्सीपार से सेक्टर-4 की दुकान में आ गया मालूम नहीं। इसके लिए उन्होंने कोई आवेदन नहीं दिया था।
कोहका के पता पर बना राशन कार्ड
जांच कमेटी ने देखा कि जिन 178 राशन कार्ड को लेकर शिकायत की गई है। उसके अलावा भी जो राशन कार्ड है वह भी सारे सही नहीं है। एक राशन कार्ड का नंबर डालने पर वह अंत्योदय अन्न योजना का कार्ड है, जिसमें हितग्राही का पता रानी अवन्ति बाई चौक, कोहका दर्ज है। कोहका में रहने वाली अकेली महिला आखिर टाउनशिप या खुर्सीपार के राशन दुकान में जाकर हर माह राशन क्यों उठाएगी। डिटेल में जाने से साफ नजर आ रहा है कि हर माह इस महिला ने राशन लिया है। जांच शुरू होने के बाद इस माह अब तक उसके नाम से राशन उठाया नहीं गया है।
सरनेम तक गलत
सेक्टर-4 के एक अंत्योदय अन्न राशन कार्डधारी के कार्ड पर नजर डालने पर इसमें परिवार के मुखिया और पत्नी का सरनेम तक अलग-अलग मिला है। सेक्टर-4 के सरकारी राशन दुकान में घासीदास नगर का पता है और उसमें घर के मुखिया के नाम का सरनेम और महिला के नाम का सरनेम अलग-अलग जाति का है। आशंका है कि फर्जी राशन कार्ड बनाते वक्त अधिक बारीकी से इस ओर देखा नहीं गया।
कोसा नगर, सुपेला का पता
सेक्टर-4 सरकारी राशन दुकान के एक अन्य राशन कार्ड पर नजर दौड़ाया गया तो वह कोसा नगर, सुपेला का था। हैरानी की बात है कि इसमें अंत्योदय अन्न योजना के हितग्राही की उम्र 32 साल बताए हैं और वह सुपेला में मौजूद कई राशन दुकान को छोड़ सेक्टर आकर हर माह राशन ले रही थी। जांच शुरू होते ही अगस्त में कोई हितग्राही राशन लेने नहीं आ रहा है।
जांच कमेटी में यह है शामिल
कलेक्टर ने आदेश में कहा है कि एक शासकीय उचित मूल्य की दुकान से षडय़ंत्रपूर्वक आईडी 431004231 में 178 फर्जी राशनकार्ड को ट्रांसफर किए है। रिसाली निवासी शोभित राव की शिकायत पर जांच कमेटी गठित की गई है। इस मामले की जांच करने जो टीम गठित की गई है, उसमें डिप्टी कलेक्टर सरोज महिलांग, नगर पालिक निगम, रिसाली जोन के आयुक्त रमाकांत साहू, सहायक खाद्य अधिकारी तारेंद्र सिंह अत्री, खाद्य निरीक्षक सुरेश साहू शामिल हैं।
बड़ा मामला है वक्त लगेगा जांच में
तारेंद्र सिंह अत्री, सहायक खाद्य अधिकारी, दुर्ग ने बताया कि फर्जी राशन कार्ड का मामला बड़ा है, टीम सेक्टर-4 के राशन दुकान में जांच करने गई थी, अभी उसके संबंध में कुछ नहीं बताया जा सकता। जांच करने में वक्त लगेगा।
जांच प्रारंभिक स्टेज पर
सरोज महिलांग, डिप्टी कलेक्टर, दुर्ग ने बताया कि जांच अभी शुरूआती स्टेज में है। प्रक्रिया आगे बढऩे पर धीरे-धीरे हर चीज का खुलासा हो सकेगा। 178 के अलावा जो राशन कार्ड है उसकी भी जांच की जाएगी।