पब्जी गेम के चलते जान गवाने वाला छात्र इस साल बोर्ड की परीक्षा दे रहा था। उसका पहला पेपर कंप्यूटर था। इधर नाबालिग बेटे के आत्मघाती कदम से पूरा परिवार सदमे में है। मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। वहीं पिता कुछ भी कहने की हालत में नहीं है। जामुल पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया है।
हाल ही में वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी पब्जी (PUBG) गेम खेलने की लत को एक मानसिक बीमारी बताया है। बेंगलुरु के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने भी वहां के छात्रों में इस गेम की लत को देखते हुए हॉस्टल में पब्जी खेलने पर बैन लगा दिया है। जैसे-जैसे गेम की लत बढ़ रही है वैसे ही मरीजों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इस गेम के अलावा डेटा-1, फोर्टनाइट, काउंटर स्ट्राइक और ऐसे कई और गेम लोग खूब खेल रहे हैं।