शहर में हरियाली बिखेरने निगम प्रशासन, बीएसपी प्रबंधन, बीएसएफ, सीआईएसएफ सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने खम्हरिया, जुनवानी, भिलाई नगर रेलवे स्टेशन कोसा नगर, नेशनल हाइवे के किनारे, लाल बहादुर शास्त्री नगर, @Patrika. प्रियदर्शनी परिसर पश्चिम, नेवई भाठा, हाउसिंग बोर्ड, कुरुद रोड के किनारे नीम, जामुन, शीशम, कदंब, पुत्रजीवा, बादाम, गुलमोहर, करंज, आवंला के 35 हजार से अधिक पौधे रोपे हैं। गर्मी शुरू होने से पहले ठंड में सभी पौधे लहलहा रहे थे, लेकिन जैसे ही तापमान बढऩे लगा है, कीट पौधों की जड़ों को खा रहे हैं।
टाउनशिप में दीमक का प्रकोप सबसे ज्यादा है। सागौन, शीशम, गुलमोहर के तने को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं सेक्टर-६, सेक्टर-७ और सेंट्रल एवेन्यू के किनारे खाली जगहों पर रोपे गए पौधों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ एसके थापक ने बताया कि दीमक के कीड़े धूसर भूरे रंग का होता है। इसकी लंबाई करीब २-३ मिलीमीटर होती है। इस कीट की सूडिय़ां मिटट्ी की बनी दरारों अथवा गिरी हुई पत्तियों के नीचे छिपी रहती हैं। @Patrika.रात के समय निकलकर पौधो की पत्तियों या मुलायम तनों को काटकर गिरा देती है। कीड़े जमीन में सुरंग बनाकर पौधों की जड़ों को खाते हैं। पौधों की वृद्धि रूक जाती है।