ऐसे पकड़ाया आरोपी खदान संचालक
दो वर्ष तक जब पुलिस नहीं पकड़ पाई तो विजय यह समझने लगा कि पुलिस अब नहीं पकड़ेगी। वह छुपकर खदान पहुंचता था। पुलिस को मुखबिर से क्लू मिला। जैसे ही शनिवार को खदान पहुंचा, पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह बार-बार रहने, खाने-पीने और सोन का ठिकाना बदलता रहता था।
जानिए क्या था मामला
9 अप्रैल 2017 को सुबह गोंडपेन्ड्री गांव के चूना पत्थर खदान में बारूद से विस्फ ोट किया गया। विस्फ ोट इतना भयानक था कि एक ग्रामीण के घर में गिरा। २ वर्ष की बच्ची को उसकी मां नहला रही था। पत्थर का टुकड़ा उसके पैर पर गिरा जिससे वह बेहोश हो गई थी। ग्रामीणों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। घटना की रिपोर्ट ग्रामीणों ने उतई थाने में दर्ज कराई थी।
मुंशी पहले ही हो चुका था गिरफ्तार
रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी खदान मालिक विजय कुमार सोमानी और मुंशी रामकुमार निर्मलकर के खिलाफ धारा 286, 337, 308, 34 व विस्फ ोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3/५ के तबत जुर्म दर्ज किया था। खदान के मुंशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में 19 जून 2017 को चालान पेश किया। वहीं खदान मालिक विजय सोमानी फरार हो गया था। इससे कोर्ट की कार्रवाई में अड़चने आ रही थी। उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। न्यायिक रिमांड पर उसे जेल भेज दिया गया।