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बीएसपी की बड़ी यूनियनों के सामने साख बचाने की चुनौती

locationभिलाईPublished: Jul 03, 2022 09:19:09 pm

Submitted by:

Abdul Salam

पिछली बार से चाहते हैं अधिक वोट,

बीएसपी की बड़ी यूनियनों के सामने साख बचाने की चुनौती

बीएसपी की बड़ी यूनियनों के सामने साख बचाने की चुनौती

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र में विभिन्न यूनियन के नेता अब तक किए गए कार्यों की जानकारी कर्मियों को दे रहे हैं। वे कर्मियों को रिझाने की कोशिश में जुटे हैं। पिछले तीन मर्तबा हुए गुप्त मतदान में 2 मर्तबा सीटू को सफलता मिली है और एक बार इंटक ने जीत दर्ज किया है। इसके साथ-साथ बीएमएस की वोटिंग में लगातार सुधार आ रहा है। यह संकेत है कि कर्मियों ने मतदान करने के दौरान यूनियन नेताओं को मौका भी दिया है और उनके काम का आंकलन भी किया है।

शिफ्ट होते रहे हैं मतदाता
पिछले तीन चुनाव पर नजर डालें तो मतदाता एक जगह स्थिर नहीं रहे हैं। यूनियनों को मिलने वाले वोटों में बदलाव हर बार नजर आया है। दो चुनाव में सीटू को कामयाबी मिली थी। दूसरे बार में मिली जीत पहले बार से घट गई थी। इस तरह से यूनियन का ग्राफ कहीं न कहीं गिरा। तीसरे चुनाव में सीटू को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बाद भी वह दूसरे नंबर पर ही रही।

आंकड़ों में उलझ रहे श्रमिक नेता
आंकड़ों पर नजर डालें तो इंटक को जितना वोट दूसरे चुनाव में मिला था, उससे वोट तीसरे चुनाव में कम मिला, इसके बाद भी वह चुनाव जीत गई। इसी तरह से सीटू को पहले चुनाव में जितना वोट मिला, उससे पचास फीसदी भी मत तीसरे चुनाव में नहीं मिला। इसके बाद भी वह दूसरे स्थान पर रही। वहीं बीएमएस ने तेजी से ग्रोथ किया है। पहले चुनाव में उसे सिर्फ 232 वोट मिले थे, लेकिन अंतिम चुनाव में 1879 मत मिला। बीडब्ल्यूयू 380 से 1380 तक पहुंची है।

कर्मियों के बीच लौटे यूनियन नेता
बीएसपी में श्रमिक नेता फिर एक बाद कर्मियों के बीच लौटे हैं। वे उनसे कर्मियों के अधिकार व दूसरे मुद्दों पर बात कर रहे हैं। कर्मचारी सुन सभी का रहा है, उसे इस चुनाव से पहले वेतन समझौता व एरियर्स का लाभ चाहिए। वे इस विषय को लेकर ही आवाज उठा रहे हैं और श्रमिक नेताओं के सामने अपनी बात रख रहे हैं।

रविवार को बोरिया गेट में जुटे श्रमिक नेता
रविवार को बोरिया गेट में कर्मियों से मिलने सीटू के पदाधिकरी पहुंचे। यह मार्केट हर दिन सुबह सूरज निकलने के पहले ही सज जाता है। रात की ड्यूटी करने वाले अलसुबह घर लौटने से पहले यहां दोस्तों से मिलते हैं और चाय नास्ता भी करते हैं। यह जगह ऐसी है, जहां संयंत्र की गतिविधियों, शहर की राजनीति पर चर्चा होती ही है। सीटू के संगठन सचिव डीवीएस रेड्डी ने बताया कि कर्मियों से सीटू को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। मुलाकात के दौरान कर्मी ना केवल सीटू के दोनों कार्यकाल में किए गए कामों को याद करते हैं। बल्कि यूनियन की ईमानदार छवि व संयंत्र में कर्मियों को वापस दिलाए मान सम्मान को भी गर्व से बताते हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेड यूनियन के शून्यता काल में धीरे-धीरे करके कई विभागों में प्रबंधन जानबूझकर हावी होता चला गया था, सीटू के मान्यता में आने के बाद इस तरह की नाजायज हावी होने की प्रवृत्ति पर रोक लगी थी। उन्होंने बताया कि कर्मियों से मुलाकात के दौरान संयंत्र कर्मी इस बात को कहते ही हैं कि सीटू के संघर्षों को नहीं भूल पाए हैं।

चलाया जाएगा हस्ताक्षर अभियान
बीएसपी के टीएण्डडी कर्मियों से भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारी मुलाकात किए। इस मौके पर महामंत्री रविशंकर सिंह ने कहा कि 19 जुलाई २०२२ को होने जा रही एनजेसीएस मीटिंग में आधे-अधूरे वेतन समझौते के बचे हुए मुद्दे 39 माह का एरियर्स, ओपन एंडेड बेसिक, एचआरए, नाइट शिफ्ट एलाउंस, ग्रेच्युटी सीलिंग को हटाना, पदनाम जैसे अन्य एलाउंस को एक ही बैठक में निपटाने के लिए संयंत्र स्तर पर बीएमएस ने सेल चेयरमैन के नाम हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू, हरि शंकर चतुर्वेदी, सोम भारती, उमेश मिश्रा, रामजी सिंह, प्रवीण मारडीकर, अशोक माहोर, प्रदीप पाल, अनिल गजभिए, महेंद्र प्रताप सिंह, आरके पांडेय, अरविंद पाण्डेय, दुर्गा सेंगर, श्रीनिवास मिश्रा, जगजीत सिंह, भागीरथी चंद्राकर,भूपेंद्र बंजारे, केआर सिंह, एसएस यादव, संदीप पांडे सुनील गजभिए, प्रकाश अग्रवाल, अशोक शर्मा, सुरेंद्र गजभिए, दिल्ली राव, पूरन साहू, जॉन आर्थर, राजेश बघेल, आरके साहू मौजूद थे।

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