रथयात्रा के दिन होने वाली छेरा पंहरा की रस्म समिति के अध्यक्ष ने निभाई। इस बार बाहर से कोई अतिथि नहीं शामिल हुआ। जिला प्रशासन ने रथयात्रा महोत्सव के लिए समिति को 20 लोगों को परमिशन दी है। जिसके बाद लगातार 10 दिनों तक समिति के सभी पदाधिकारी शिफ्ट में ड्यूटी करेंगे। समिति के अनुसार मंदिर के बाहर सैनिटाइजर की व्यवस्था है। साथ ही भक्तों को मंच तक जाने की अनुमति नहीं दी गई। वहीं भक्त अगर प्रसाद संग लाते हैं तो उन्हें दूर से ही प्रभु को समर्पित कर प्रसाद को अपने साथ वापस ले जाने दे दिया गया।
मंदिर समिति ने महाप्रभु के दर्शन के लिए भी समय तय कर दिया है। गुंडिचा मंडप में सुबह 8 से 12 और शाम को 4 बजे से 8 बजे तक भक्त भगवान के दर्शन कर पाएंगे। इधर महाप्रभु को रोज चढ़ाए जाने वाला अन्न प्रसाद भी सिर्फ उतना ही तैयार किया जाएगा। जितना तीन थालियों में आएगा।