स्लम एरिया से आते हैं मरीज
सिविल अस्पताल सुपेला में कायाकल्प टीम निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण और सपोर्ट सर्विस पर नजर दौड़ा रही थी। उनको सीडिय़ों के आसपास गंदगी नजर आ ही गई। सुपेला के आसपास में रहने वाले स्लम क्षेत्र के लोग ही अधिक सरकारी अस्पताल में आते हैं। इस दौरान हर दिन वे सीढिय़ों के आसपास पान व गुटखा के पीक से गंदगी फैला देते हैं। यही हाल मदर चाइल्ड यूनिट में भी देखने को मिलता है। वहां भी लोग अस्पताल में इधर-उधर गंदगी फैला देते हैं।
नहीं नजर आया पार्क
कायाकल्प टीम सिविल अस्पताल में पार्क तलाश रही थी। प्रभारी डॉक्टर पीयाम सिंह से उन्होंने इसको लेकर चर्चा की। अस्पताल परिसर में चल रहे नवनिर्माण के बीच पार्क के लिए जमीन तय नजर नहीं आ रही थी। छोटे अस्पतालों में पार्क बनाने के बाद गेट बंद करके रखा जा सकता है। यहां सुबह से शाम तक मरीज आते ही हैं। इसके बाद हर दिन कम से कम एमएलसी के मामले 30 से 40 पहुंच रहे हैं। जिसकी वजह से अस्पताल का गेट 24 घंटे खुला ही रहता है। ऐसे में पौंधों की हिफाजत कैसे की जा सकती है।
प्रदेश के सभी जिलों में किया जा रहा निरीक्षण
अस्पतालों का रेटिंग निर्धारण करने के लिए टीम प्रदेश के हर जिला में पहुंच रही है। बुधवार को सुपेला अस्पताल के बाद निकुम के लिए यह टीम रवाना हुई।