इस दुर्घटना की प्रत्यक्षदर्शी चमेली बाई, मंजू सेन, गंगा बाई, पेमिन ने बताया कि पास के बाड़ी में काम करने महेश ठाकुर के साथ जा रहे थे। तेज गति हाइवा लहराते हुए चल रहा था। जान बचाने सड़क की दूसरी ओर भाग निकले उसी दौरान ग्राम तेलीगुंडरा निवासी महेश ठाकुर पिता गिरधर 45 वर्ष भी जान बचाने दौड़ा, किंतु हाइवा के पिछले हिस्से से ठोकर लगी और लुढ़कते हुए जा गिरा। हाइवा भी तीन राउंड सड़क पर ही गोल घूमते हुए महेश ठाकुर के ऊपर पलट गया। जिससे महेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद हाइवा के चालक और परिचालक दोनों भाग निकले। महिलाओं के बताया कि उसे पकडऩे के लिए आज भी लगाई गई। बड़ी मशक्कत के बाद निकाला शव को
दुर्घटना सुबह करीब 10 बजे की है। सूचना पर पाटन व रानीतराई पुलिस मौके पर पहुंची। हाइवा के नीचे दबे किसान को निकालने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दो जेसीबी ओर एक पोकलेन के माध्य्म से करीब दो घंटे के बाद शव को बाहर निकाला गया।
दुर्घटना के बाद वहां पर लोगों की भीड़ लग गई। सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। वहां पर घंटों जाम की स्थिति थी। लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा।
लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग ग्रामीण ने बताया कि मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है। फरार वाहन चालक और हेल्पर की पतासाजी की जा रही है। पीडि़त परिवार को शासन की तरफ सहयोग दी जाएगी। इस संबंध में पाटन एसडीएम से बात हो चुकी है।