नेवई टीआई गौरव तिवारी ने बताया कि घटना गुरुवार की दोपहर बाद करीब ३ बजे रिसाली मैत्रीकुंज (पश्चिम) से लगे गांधीनगर की है। अवधेश यादव की बेटी श्रृंखला यादव (१७ वर्ष) स्कूटर पर सिविक सेंटर कोचिंग के लिए जा रही थी। करीब डेढ़ किलोमीटर दूर शिवाजी छत्रपति नगर गांधीपुरम के एक मकान के पास पहुंची ही थी, तभी बाइक सवार एक युवक पहुंचा और उसकी स्कूटर से टकरा दिया। श्रृंखला वहीं गिर पड़ी। युवक उससे मरपीट करते हुए सिर पर वार कर दिया। श्रृंखला बेहोश हो गई। उसके सिर से बड़ी मात्रा में खून निकलने लगा। आरोपी ने दिनहदाड़े वारदात को अंजाम दिया। छात्रा के अचेत हो जाने के बाद उसे घसीटते हुए एक मकान के पीछे ले गया। घटना स्थल से मकान के पीछे जहां छात्रा को तड़पता छोड़ भाग, खून बहता रहा। बाद में उसके स्कूटर को भी वहीं लाकर खड़ा कर दिया।
10 साल के बच्चे ने देखा तो एक राहगीर को आवाज लगाई
आरोपी श्रृंखला को तड़पते हुए दोपहर की चिलचिलाती धूप में छोड़ भागा था। उधर से गुजर रहे 10 साल के एक बच्चे की नजर उस पर पड़ी। पहले तो बच्चा घबरा गया फिर रोड से गुजर रहे एक राहगीर को आवाज लगाई। युवक मौके पर पहुंचा और तुरंत डायल 112 के सूचना दी।
आरोपी श्रृंखला को तड़पते हुए दोपहर की चिलचिलाती धूप में छोड़ भागा था। उधर से गुजर रहे 10 साल के एक बच्चे की नजर उस पर पड़ी। पहले तो बच्चा घबरा गया फिर रोड से गुजर रहे एक राहगीर को आवाज लगाई। युवक मौके पर पहुंचा और तुरंत डायल 112 के सूचना दी।
ट्रैफिक पुलिस की मदद से हायर सेंटर पहुंचाया
डायल ११२ शाम करीब ४ बजे श्रृंखला को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 में भर्ती कराया। तीन घंटे तक आइसीयू में इलाज चला। शाम ७.३० बजे उसकी स्थिति और गंभीर हो गई। इधर तब तक परिजनों को खबर मिल चुकी थी। सभी अस्पताल पहुंच चुके थे। डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए श्रृंखला को तत्काल हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी। परिजनों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए एसपी प्रखर पांडेय से आग्रह किया। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस की मदद से श्रृंखला को रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर पहुंचाया गया। श्रृंखला को अभी तक होश नहीं आया है। वह कोमा में है। उसका इलाज चल रहा है।
डायल ११२ शाम करीब ४ बजे श्रृंखला को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 में भर्ती कराया। तीन घंटे तक आइसीयू में इलाज चला। शाम ७.३० बजे उसकी स्थिति और गंभीर हो गई। इधर तब तक परिजनों को खबर मिल चुकी थी। सभी अस्पताल पहुंच चुके थे। डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए श्रृंखला को तत्काल हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी। परिजनों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए एसपी प्रखर पांडेय से आग्रह किया। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस की मदद से श्रृंखला को रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर पहुंचाया गया। श्रृंखला को अभी तक होश नहीं आया है। वह कोमा में है। उसका इलाज चल रहा है।
२४ घंटे बीत गए किस दिशा में जांच करे यही नहीं तय कर सकी पुलिस
इधर नेवई पुलिस को घटना की कोई भनक तक नहीं लगी। डायल ११२ की टीम ने थाना पहुंचकर जानकारी दी, तब भी घटना स्थल की जांच और आरोपी आखिर कौन है, उसकी पड़ताल की जहमत नहीं उठाई। एसपी प्रखर पांडेय खुद घटना स्थल पर पहुंचे तब नेवई पुलिस हरकत में आई। घटना को २४ घंटे से अधिक समय हो चुका है, नेवई पुलिस अभी तक यही तय नहीं कर सकी है कि किस दिशा में जांच करें।
इधर नेवई पुलिस को घटना की कोई भनक तक नहीं लगी। डायल ११२ की टीम ने थाना पहुंचकर जानकारी दी, तब भी घटना स्थल की जांच और आरोपी आखिर कौन है, उसकी पड़ताल की जहमत नहीं उठाई। एसपी प्रखर पांडेय खुद घटना स्थल पर पहुंचे तब नेवई पुलिस हरकत में आई। घटना को २४ घंटे से अधिक समय हो चुका है, नेवई पुलिस अभी तक यही तय नहीं कर सकी है कि किस दिशा में जांच करें।