जानकारी के मुताबिक आरोपी राजेंद्र भोई पिता चंद्रभान 25 साल निवासी महासमुंद के समीप ग्राम बसना से पीजीडीसीए का कोर्स करने आया था। इस दौरान उसकी मुलाकात टिकेश्वर चंद्राकर पिता सेवाराम 32 साल निवासी सिरसा कला से हो गई। टिकेश्वर को जमीन की खरीदी-बिक्री में घाटा हो गया था। इसलिए उसने दो अन्य साथी सोमनी भिलाई-तीन निवासी राजू यादव पिता स्व. कार्तिक 30 साल और सूरज वर्मा पिता शैलेष 26 साल के साथ बैंक में चोरी की प्लानिंग बनाई। बसना निवासी राजेंद्र ने इंटरनेट पर बैंक के लाकर को कैसे काटते है इसका आइडिया लिया। प्लानिंग के मुताबिक गैस सिलेंडर, और कटर खरीदकर वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस ने बताया कि गिरोह में एक ऑटो चालक भी शामिल है जो गैस सिलेंडर और कटर लेकर चोरों के साथ वारदात को अंजाम देता था और चोरी के सामानों को लेकर ऑटो से फरार हो जाते थे। इस गिरोह ने 26 सितंबर को रसमड़ा यूको बैंक एटीएम और दूसरी बार भिलाई-तीन एसबीआई के एटीएम को तोडऩे की असफल कोशिश की थी। इसके बाद भिलाई-तीन सहकारी बैंक में डाका डालने की साजिश रची थी। आरोपियों के खिलाफ भिलाई -तीन थाना में धारा 547,511 380, और 461 के तहत अपराध कायम किया गया है।