गाज की रोशनी को कहते हैं सेंत एलमॉस फायर
घने जंगल या बहुत पेड़ों के बीच खड़े हैं, तो किसी भी एक पेड़ के पास खड़े न हो। रेडियो में खरखराहट लाइटनिंग का सिग्नल देती है। गाज गिरने से कुछ पल पहले बज्जिंग, हिस्सिंग, क्रैक्लिंग, क्लिकिंग आवाज सुनाई देगी। शरीर में एक टिंगलिंग सेंसेशन होगा। हाथ, पैर के बाल खड़े हो जाएंगे। आसपास के धातु के वस्तु की सतह पर हल्का नीला रोशनी दिखाई देगी। इस रोशनी को सेंत एलमॉस फायर कहते हैं।
घने जंगल या बहुत पेड़ों के बीच खड़े हैं, तो किसी भी एक पेड़ के पास खड़े न हो। रेडियो में खरखराहट लाइटनिंग का सिग्नल देती है। गाज गिरने से कुछ पल पहले बज्जिंग, हिस्सिंग, क्रैक्लिंग, क्लिकिंग आवाज सुनाई देगी। शरीर में एक टिंगलिंग सेंसेशन होगा। हाथ, पैर के बाल खड़े हो जाएंगे। आसपास के धातु के वस्तु की सतह पर हल्का नीला रोशनी दिखाई देगी। इस रोशनी को सेंत एलमॉस फायर कहते हैं।
बचने के उपाए
बिजली गिरने के दौरान बचकर भागने के लिए कुछ सेकंड भी नहीं होते। ऐसी स्थिति में अपने दोनों पैर आपस में जोड़कर नीचे बैठ जाएं और अपने दोनों एंकल को कसकर पकड़ लें। अपने सिर जितने नीचे ले जा सकते हैं ले जाएं। किसी भी स्थिति में जमीं पर फ्लैट लेटना नहीं है। गाज की मार हमेशा जानलेवा नहीं होती। अधिकतर पहले कार्डियक या रेस्पिरेटरी अरेस्ट होता है। सही समय पर सीपीआर मिलने से अधिकतर लोग बच सकते हैं। लाइटनिंग से अन्य चोट जैसे जलना, आंखों या कान का नुकसान, नर्वस सिस्टम में खराबी, मांसपेशी, बोन, लिगामेंट में चोट आ सकती है। लाइटनिंग से खास कर बच्चों को बचना चाहिए।
बिजली गिरने के दौरान बचकर भागने के लिए कुछ सेकंड भी नहीं होते। ऐसी स्थिति में अपने दोनों पैर आपस में जोड़कर नीचे बैठ जाएं और अपने दोनों एंकल को कसकर पकड़ लें। अपने सिर जितने नीचे ले जा सकते हैं ले जाएं। किसी भी स्थिति में जमीं पर फ्लैट लेटना नहीं है। गाज की मार हमेशा जानलेवा नहीं होती। अधिकतर पहले कार्डियक या रेस्पिरेटरी अरेस्ट होता है। सही समय पर सीपीआर मिलने से अधिकतर लोग बच सकते हैं। लाइटनिंग से अन्य चोट जैसे जलना, आंखों या कान का नुकसान, नर्वस सिस्टम में खराबी, मांसपेशी, बोन, लिगामेंट में चोट आ सकती है। लाइटनिंग से खास कर बच्चों को बचना चाहिए।
घर से बाहर न निकलना बेहतर
लाइटनिंग अचानक एक धातु से दूसरे धातु में, यहां तक कि पानी पाइप में भी जम्प कर सकती है। इस दौरान घर में विद्युत सुचालक वस्तु जैसे बिजली के तार, टेलीफोन के तार, टीवी केबल, धातु की खिड़की, बाथ शावर फिटिंग व धातु की अन्य वस्तुओं से दूर रहने की कोशिश करें। साथ ही तार से जुड़ी वस्तुओं का उपयोग न करें। बेसमेंट में, पानी भरे जगह में व गीले जगह में खड़ा न रहें। इस तरह की स्थिति में बहुत जरूरत न हों, तो घर से बाहर न निकलना बेहतर है।
लाइटनिंग अचानक एक धातु से दूसरे धातु में, यहां तक कि पानी पाइप में भी जम्प कर सकती है। इस दौरान घर में विद्युत सुचालक वस्तु जैसे बिजली के तार, टेलीफोन के तार, टीवी केबल, धातु की खिड़की, बाथ शावर फिटिंग व धातु की अन्य वस्तुओं से दूर रहने की कोशिश करें। साथ ही तार से जुड़ी वस्तुओं का उपयोग न करें। बेसमेंट में, पानी भरे जगह में व गीले जगह में खड़ा न रहें। इस तरह की स्थिति में बहुत जरूरत न हों, तो घर से बाहर न निकलना बेहतर है।
आकाशीय बिजली में लाखों एम्पेयर का होता है करंट
लाइटनिंग में लाखों एम्पेयर का करंट होता है। इस दौरान आसपास किसी भी प्रकार का आश्रय नहीं है, तो लंबे और अलग से खड़े वस्तु जैसे खंभा, पेड़ किसी भी प्रकार की लंबी सरंचना के पास न जाएं। रेल लाइन, समुद्र किनारे, धातु की फेंसिंग, लाइटनिंग को बहुत दूर से खींच सकती है, इनसे दूर रहें।
लाइटनिंग में लाखों एम्पेयर का करंट होता है। इस दौरान आसपास किसी भी प्रकार का आश्रय नहीं है, तो लंबे और अलग से खड़े वस्तु जैसे खंभा, पेड़ किसी भी प्रकार की लंबी सरंचना के पास न जाएं। रेल लाइन, समुद्र किनारे, धातु की फेंसिंग, लाइटनिंग को बहुत दूर से खींच सकती है, इनसे दूर रहें।
बीएसपी ने अल्र्ट रहने की अपील
भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट (टीईईडी) ने आसमानी बिजली के दौरान आम नागरिकों से सुरक्षा बरतने अपील की है। विभाग ने बताया कि किस तरह से सामान्य जानकारी के अभाव में भयावह स्थिति बन जाती है।
भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट (टीईईडी) ने आसमानी बिजली के दौरान आम नागरिकों से सुरक्षा बरतने अपील की है। विभाग ने बताया कि किस तरह से सामान्य जानकारी के अभाव में भयावह स्थिति बन जाती है।
आसमानी बिजली संबंधित कुछ अहम जानकारी : –
लाइटनिंग छोटे वस्तु को भी निशाना बना सकती है।
लाइटनिंग हमेशा सबसे बड़े या लम्बे को निशाना बनाए ऐसा जरूरी नहीं है।
लाइटनिंग बहुत दूर से शुरू होकर हम तक पहुंच सकती है।
खास तौर से गर्मी या ठंड में अचानक बादल घिर कर लाइटनिंग शुरू हो सकती है।
बारिश छोड़कर और मौसम में अचानक बादल घिर आए तो खास तौर पर रहें सावधान।
लाइटनिंग छोटे वस्तु को भी निशाना बना सकती है।
लाइटनिंग हमेशा सबसे बड़े या लम्बे को निशाना बनाए ऐसा जरूरी नहीं है।
लाइटनिंग बहुत दूर से शुरू होकर हम तक पहुंच सकती है।
खास तौर से गर्मी या ठंड में अचानक बादल घिर कर लाइटनिंग शुरू हो सकती है।
बारिश छोड़कर और मौसम में अचानक बादल घिर आए तो खास तौर पर रहें सावधान।