यह कहानी नहीं हकीकत है : बचपन में बिछड़ा, जवानी में लौटा
9 साल पहले घर से गुम हुए बालक को पुलिस ने खोज निकाला है। बालक को पुलिस परिजन को सौंप दिया है। परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।

राजनांदगांव @patrika . 9 साल पहले घर से गुम हुए बालक को पुलिस ने खोज निकाला है। बालक को पुलिस ने 9 साल बाद सुरक्षित उसके परिजनों को सौंप दिया है। बालक के मिलने से उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
सन 2009 में किसी को बिना बताए घर से निकल गया था
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डोंगरगढ़ ब्लाक को मोहारा पुलिस चौकी के पेन्ड्री निवासी मगन लाल साहू का पुत्र संतोष कुमार सन 2009 में बिना किसी को बताए घर से निकल गया था। इस दौरान उसके परिजनों द्वारा अपने रिश्तेदारों में संतोष की खोजबीन की गई और इसकी जानकारी पुलिस थाना में दी गई थी। पुलिस ने बताया कि गुम होने के दौरान संतोष की उम्र 15 साल के आस-पास थी और वह इस दौरान मानसिक रुप से बीमार था। संतोष कुमार 9 साल बाद बनारस में सुरक्षित मिला है। पुलिस संतोष को उसके परिजनों के हवाले कर दिया है। संतोष का उम्र वर्तमान में 24 साल है।
मोबाइल एप मैप से गांव को किया सर्च
एएसपी राजेश अग्रवाल ने बताया कि गुम बालक 11 मई 2018 को बनारस के एक होटल में भूखे प्यासे बैठा था। इस दौरान बनारस निवासी राघवेन्द्र प्रताप पिता दया शंकर ने उक्त बालक संतोष से पूछताछ की। पूछताछ में संतोष ने अपना नाम बताते हुए पेन्ड्री डोंगरगढ़ बताया गया। राघवेन्द्र द्वारा पता को मोबाइल एप मैप पर गांव व ब्लाक को सर्च किया गया।
माता पिता से फोटो की पहचान कराई
इस दौरान राघवेन्द्र ने मोहारा चौकी प्रभारी से मोबाइल पर संपर्क किया और संतोष के बारे में जानकारी दी और उसका फोटो वाट्स अप में चौकी प्रभारी को भेजा गया। पुलिस द्वारा संतोष के माता पिता से फोटो की पहचान कराई गई। पुलिस ने राघवेन्द्र व एक अन्य व्यक्ति अमरदास के माध्यम से संतोष को मोहारा पुलिस के पास पहुंचाया गया। पुलिस संतोष को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।@patrika
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