स्पेशल स्टील प्लांट के निजीकरण पर लगे रोक महासचिव डीवीएस रेड्डी ने बताया कि वे स्पेशल स्टील प्लांटों के निजीकरण पर रोक लगाया जाए। इसको लेकर बुधवार को भी यूनियन मेन गेट पर प्रदर्शन करेगी। सार्वजनिक उद्योग के निजीकरण का खास तौर पर विरोध किया जा रहा है। इसके साथ-साथ वेतन समझौता, अफोर्डेबिलिटी क्लॉज को थोपे जाने का विरोध भी इसमें शामिल है। उन्होंने बताया कि सेल के तीन स्पेशल स्टील प्लांट विश्वेश्वरैया, सेलम व दुर्गापुर एलॉय को बेचने की प्रक्रिया शुरू की गई है। जिसका विरोध किया जा रहा है। संयुक्त आंदोलन में यूनियन इमानदारी से संघर्ष करें।
एटक ने भी किया विरोध प्रदर्शन
एटक के महासचिव व एनजेसीएस सदस्त विनोद सोनी ने कहा कि बीएसपी के बड़े काम को धीरे-धीरे टाटा को ठेके पर दिया जा रहा है। अब जिंदल के संचालक यहां पहुंचे हैं। इस तरह से केंद्र सरकार और प्रबंधन अपना रुख साफ कर रही है। कर्मचारियों को एक होकर इसके खिलाफ आगे आना होगा, वर्ना बाद में हाथ मलते रह जाएंगे। उन्होंने वेतन समझौता, एचआरए की भी मांग की। एटक ने इसको लेकर बीएसपी सीईओ के नाम प्रबंधन को ज्ञापन भी सौंपा।
एटक के महासचिव व एनजेसीएस सदस्त विनोद सोनी ने कहा कि बीएसपी के बड़े काम को धीरे-धीरे टाटा को ठेके पर दिया जा रहा है। अब जिंदल के संचालक यहां पहुंचे हैं। इस तरह से केंद्र सरकार और प्रबंधन अपना रुख साफ कर रही है। कर्मचारियों को एक होकर इसके खिलाफ आगे आना होगा, वर्ना बाद में हाथ मलते रह जाएंगे। उन्होंने वेतन समझौता, एचआरए की भी मांग की। एटक ने इसको लेकर बीएसपी सीईओ के नाम प्रबंधन को ज्ञापन भी सौंपा।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने कहा बीएसपी चारागाह नहीं
इधर बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्त ने कहा कि भिलाई इस्पात सयंत्र कोई चारागाह नहीं जिसे चरने निजी उद्योगपति चले आएं। बीएसपी हजारों कर्मियों की मेहनत व खून-पसीने से सींची गई दौलत है, जिसे महारत्न बनाने सैकड़ों कर्मियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। इसे किसी कीमत में बेचने नहीं दिया जाएगा। सरकार व प्रबंधन के निजी करण की नीति का विरोध किया जाएगा। संयंत्र में निजी कंपनी के मालिक से मुयायना करवाना संयंत्र प्रबंधन की पूर्णत: गलत नीति है संयंत्र प्रबंधन के इस प्रकार के रवैए से साफ है कि दाल में कुछ काला जरूर है। बीएसपी को खरीदने के लिए अगर कोई भी निजी कंपनी मन बना रही है, तो उसे वह दिमांग से निकाल दे। यहां के कर्मचारी यह कभी नहीं होने देंगे।
इधर बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्त ने कहा कि भिलाई इस्पात सयंत्र कोई चारागाह नहीं जिसे चरने निजी उद्योगपति चले आएं। बीएसपी हजारों कर्मियों की मेहनत व खून-पसीने से सींची गई दौलत है, जिसे महारत्न बनाने सैकड़ों कर्मियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। इसे किसी कीमत में बेचने नहीं दिया जाएगा। सरकार व प्रबंधन के निजी करण की नीति का विरोध किया जाएगा। संयंत्र में निजी कंपनी के मालिक से मुयायना करवाना संयंत्र प्रबंधन की पूर्णत: गलत नीति है संयंत्र प्रबंधन के इस प्रकार के रवैए से साफ है कि दाल में कुछ काला जरूर है। बीएसपी को खरीदने के लिए अगर कोई भी निजी कंपनी मन बना रही है, तो उसे वह दिमांग से निकाल दे। यहां के कर्मचारी यह कभी नहीं होने देंगे।