आरोपियों ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले से वे अनभिज्ञ थे
आरोपी रिंकू और पप्पू बुधवार को दोपहर बाद जिला न्यायालय पहुंचे और अधिवक्ता कमलेश ठाकुर के माध्यम से आत्मसर्पण किया। अधिवक्ता ने न्याायलय में दोनों की पहचान कार्रवाई पूरी कराई। न्यायालय के सवाल पर आरोपियों ने कहा कि वे हाईकोर्ट के फैसले से अनभिज्ञ थे। वे शहर में भी नहीं थे। जैसे ही हाईकोर्ट के फैसले के बारे में जानकारी हुई वे अधिवक्ता के माध्यम से आत्मसर्पण करने हाजिर हो गए हैं।
आरोपी रिंकू और पप्पू बुधवार को दोपहर बाद जिला न्यायालय पहुंचे और अधिवक्ता कमलेश ठाकुर के माध्यम से आत्मसर्पण किया। अधिवक्ता ने न्याायलय में दोनों की पहचान कार्रवाई पूरी कराई। न्यायालय के सवाल पर आरोपियों ने कहा कि वे हाईकोर्ट के फैसले से अनभिज्ञ थे। वे शहर में भी नहीं थे। जैसे ही हाईकोर्ट के फैसले के बारे में जानकारी हुई वे अधिवक्ता के माध्यम से आत्मसर्पण करने हाजिर हो गए हैं।
मई 2007 विशेष न्यायालय ने सुना फैसला
मासूम पूजा हत्याकांड का ट्रायल तत्कालीन विशेष न्यायाधीश नीलमचंद सांखला के न्यायालय में चला था। न्यायाधीश ने ३१ मई २००७ को तीन आरोपियों को दोषमुक्त किया। वहीं दो आरोपी रिंकू उर्फ ओमप्रकाश और पप्पू उर्फ जसवंत को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। आरोपियों ने यह कहते हुए जमानत का लाभ लिया था कि वे हाईकोर्ट में अपील करेंगे। जमानत आवेदन निरस्त होने के बाद आरोपियों के खिलाफ न्यायालय ने वारंट जारी किया था। भिलाई-तीन पुलिस दोनों आरोपियों को तलाश कर रही थी।
मासूम पूजा हत्याकांड का ट्रायल तत्कालीन विशेष न्यायाधीश नीलमचंद सांखला के न्यायालय में चला था। न्यायाधीश ने ३१ मई २००७ को तीन आरोपियों को दोषमुक्त किया। वहीं दो आरोपी रिंकू उर्फ ओमप्रकाश और पप्पू उर्फ जसवंत को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। आरोपियों ने यह कहते हुए जमानत का लाभ लिया था कि वे हाईकोर्ट में अपील करेंगे। जमानत आवेदन निरस्त होने के बाद आरोपियों के खिलाफ न्यायालय ने वारंट जारी किया था। भिलाई-तीन पुलिस दोनों आरोपियों को तलाश कर रही थी।
यह है मामला
घटना 7 मई 2004 की है। भिलाई-तीन विद्युत नगर में अपने घर के पास मासूम पूजा (7 साल) पिता के ड्यूटी से घर लौटने का इंतजार कर रही थी। आरोपी पूजा को बहला फुसला कर अपने साथ ले गए। कोल्ड ड्रिंक में नशे की दवा मिलाकर पहले उसे पिलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इस घटना को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने अश्लील वीडियो फिल्म देखी। बाद में पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने मासूम की हत्या कर दी और शव को गटर में छुपा दिया। मासूम के नहीं मिलने पर परिजन ने थाना पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। देर रात पुलिस ने गटर से शव बरामद किया। इस प्रकरण में खास बात यह थी कि पुलिस जब पूजा की तलाश कर रही थी तब आरोपी भी मदद करने की भूमिका में थे। बाद में पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को आरोपी बनाकर न्यायालय में चालान पेश किया था।
घटना 7 मई 2004 की है। भिलाई-तीन विद्युत नगर में अपने घर के पास मासूम पूजा (7 साल) पिता के ड्यूटी से घर लौटने का इंतजार कर रही थी। आरोपी पूजा को बहला फुसला कर अपने साथ ले गए। कोल्ड ड्रिंक में नशे की दवा मिलाकर पहले उसे पिलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इस घटना को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने अश्लील वीडियो फिल्म देखी। बाद में पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने मासूम की हत्या कर दी और शव को गटर में छुपा दिया। मासूम के नहीं मिलने पर परिजन ने थाना पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। देर रात पुलिस ने गटर से शव बरामद किया। इस प्रकरण में खास बात यह थी कि पुलिस जब पूजा की तलाश कर रही थी तब आरोपी भी मदद करने की भूमिका में थे। बाद में पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को आरोपी बनाकर न्यायालय में चालान पेश किया था।