दुर्ग जिले में डेंगू के पॉजिटिव मरीज जो अब तक मिले हैं, उसमें हैदराबाद, उत्तर प्रदेश, बिहार, रायपुर से संक्रमित होकर आने वाले अधिक मामले हैं। अब नई दिल्ली से भी लोग संक्रमित होकर भिलाई पहुंच रहे हैं।
मिनी इंडिया भिलाई का बीएसपी टाउनशिप कभी भी मच्छर जनित संक्रामक बीमारियों के चपेट में आ सकता है। इसके लिए हम खुद जिम्मेदार होंगे। 37 हजार मकान, दुकान और झोपडिय़ों के सर्वे में 11,243 ठिकानों में मिला मच्छरों का लार्वा पनपता मिला है। इससे साफ जाहिर कि लोगों को खुद अपनी जान की फिक्र नहीं है। वे बीएसपी प्रबंधन, नगर निगम प्रशासन और जिला स्वास्थ्य विभाग के भरोसे बैठा है।
भिलाई इस्पात संयंत्र के जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला मलेरिया अधिकारी दुर्ग की निगरानी में पूरे टाउनशिप में सघन सर्वे और लार्वा विनिष्टकीकरण किया जा रहा है। इसके लिए 36 टीमें बनाई गई हैं। महीनेभर के सर्वे में बड़े की चांैकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। 29,000 मकान, 5,000 दुकानें एवं 3,000 सर्वेंट क्वार्टर व झुग्गी-झोपडियों का सर्वे अब तक किया जा चूका है। इनमें 11,243 जगह मच्छर के लार्वा मिले। इन सभी घरों में टेमीफॉस का घोल डालकर लार्वा नष्ट कराया गया अभी भी तीसरा राउंड का सर्वे निरंतर जारी है और यह़ अंाकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।
भिलाई इस्पात संयंत्र नगर सेवाएं विभाग डेंगू एवं मच्छर जनित अन्य रोगों की रोकथाम के लिए पूरे टाउनशिप क्षेत्र में फॉगिंग कर रहा है। इसके अलावा विभाग द्वारा अभियान चलाकर शहर के समस्त दुर्गा पंडालों में भीड़ को देखते हुए सघन सेनिटाइजेशन भी किया गया है।