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सिर्फ 9 दिन नहीं 365 दिन होगी बेटियों पूजा और सुरक्षा, इस शहर के सामाजिक संगठनों ने साथ मिलकर बढ़ाया कदम

locationभिलाईPublished: Oct 14, 2021 02:17:52 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

डोनेट थोड़ा सा, ल्यासा, सेवक फाउंडेशन, नवदृष्टि, रेन ड्राप छत्तीसगढ़ और आशीर्वाद ब्लड बैंक ने मिलकर इस बार बेटियों के लिए कुछ अलग करने की सोची।

अच्छी पहल: नवरात्रि में दो सौ कन्याओं के पूजन के साथ इस शहर की सामाजिक संस्थाओं ने लिया बेटियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी

अच्छी पहल: नवरात्रि में दो सौ कन्याओं के पूजन के साथ इस शहर की सामाजिक संस्थाओं ने लिया बेटियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी

भिलाई. साल में दो बार नवरात्रि पर शक्ति की आराधना करके सभी इस आधी दुनिया को कन्या रूप में पूजते हैं, लेकिन हर तीसरे दिन देवी स्वरूपा बलात्कार की शिकार होती है, तो जिले में औसतन एक बेटी ससुराल में सताई जाती है। छेड़छाड़ के आंकड़े तो बस पूछिए मत, क्योंकि राह चलती महिला या लड़की को देख हर कोई कमेंट कर चला जाता है और वीमंस को भी अब इसकी आदत हो गई है, इसलिए इस मामले में 100 में से एक ही थाने तक पहुंचती है। ऐसा कोई दिन नहीं होगा जिसमें हमारी बहन-बेटियों के साथ अपराध न हुआ हो। किसी न किसी रूप में वे प्रताडि़त होती ही है। बेटियों के संग हो रही छेडख़ानी, अनाचार, घरेलू हिंसा, दहेज प्रताडऩा और न जाने कितने अपराध जिसकी सूचना देने वे थाने तक भी नहीं आ पाती और घुट कर रह जाती है। महिला अपराधों पर तब तक रोक नहीं लगेगी, जब तक सभी बहन बेटियों का हर वक्त सम्मान नहीं करेंगे। कुछ ऐसी ही सोच के साथ अब शहर के युवा बेटियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और उनकी शिक्षा को लेकर संकल्पित है।
महाअष्टमी पर करीब आधा दर्जन संस्थाओं के युवाओं ने 2 सौ से ज्यादा बेटियों का पूजन कर उन्हें भोजन कराया और संकल्प लिया कि वे अपने आसपास लोगों को रोजाना जागरूक करेंगे कि सभी बेटियों का वैसे ही सम्मान हो , जैसा वे अपने घर की बहन बेटियों का करते हैं। इतना ही नहीं वे बेटी पढ़ाई का खर्च उठाने भी तैयार हैं और उन्हें उनकी सेहत को लेकर भी गंभीर हैं।
6 संस्थाएं मिलकर करेंगी काम
बेटियों की सुरक्षा से लेकर उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में छह संस्थाएं मिलकर काम करेंगी। इसमें डोनेट थोड़ा सा, ल्यासा, सेवक फाउंडेशन, नवदृष्टि, रेन ड्राप छत्तीसगढ़ और आशीर्वाद ब्लड बैंक ने मिलकर इस बार बेटियों के लिए कुछ अलग करने की सोची। डोनेट थोड़ा सा के अभिजीत पारख और रूपल गुप्ता ने बताया कि उनकी और सहयोगी संस्थाएं लगातार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत काम कर रहे हैं, लेकिन इस नवरात्रि सभी ने मिलकर एक साथ कन्या पूजन का प्लान बनाया।
आंकड़े कम हो तो बात बने
ल्यासा की खुशी जैन ने कहा कि जिले में महिला अपराध का ग्राफ जिस तरह बढ़ रहा है, उसे देखने के बाद बेटियों की सुरक्षा को लेकर हम सभी को पहल करनी चाहिए। इसकी शुरुआत घर से ही होगी, क्योंकि जब घर से ही बहन-बेटियों के सम्मान के संस्कार मिलेंगे तो अपने आप लोग भी इसे समझने लगेंगे। खुशी ने कहा कि आज सभी ने संकल्प लिया है कि वे रोजाना कम से कम 5 लोगों को महिला सुरक्षा को लेकर जरूर जागरूक करेंगे।
0-देखिए हमारे शहर में जननी की स्थिति

वर्ष के शुरुआती छमाही में दर्ज मामले
अपराध वर्ष- 2019 2020 2021
बलात्कार 92 98 112
दहेज मृत्यु 2 2 3
शीलभंग 134 111 83
ससुराल में प्रताडऩा 85 59 95
लड़कियों का आयात 1 0 1
छेड़छाड़ 8 14 25

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