महाअष्टमी पर करीब आधा दर्जन संस्थाओं के युवाओं ने 2 सौ से ज्यादा बेटियों का पूजन कर उन्हें भोजन कराया और संकल्प लिया कि वे अपने आसपास लोगों को रोजाना जागरूक करेंगे कि सभी बेटियों का वैसे ही सम्मान हो , जैसा वे अपने घर की बहन बेटियों का करते हैं। इतना ही नहीं वे बेटी पढ़ाई का खर्च उठाने भी तैयार हैं और उन्हें उनकी सेहत को लेकर भी गंभीर हैं।
6 संस्थाएं मिलकर करेंगी काम
बेटियों की सुरक्षा से लेकर उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में छह संस्थाएं मिलकर काम करेंगी। इसमें डोनेट थोड़ा सा, ल्यासा, सेवक फाउंडेशन, नवदृष्टि, रेन ड्राप छत्तीसगढ़ और आशीर्वाद ब्लड बैंक ने मिलकर इस बार बेटियों के लिए कुछ अलग करने की सोची। डोनेट थोड़ा सा के अभिजीत पारख और रूपल गुप्ता ने बताया कि उनकी और सहयोगी संस्थाएं लगातार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत काम कर रहे हैं, लेकिन इस नवरात्रि सभी ने मिलकर एक साथ कन्या पूजन का प्लान बनाया।
बेटियों की सुरक्षा से लेकर उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में छह संस्थाएं मिलकर काम करेंगी। इसमें डोनेट थोड़ा सा, ल्यासा, सेवक फाउंडेशन, नवदृष्टि, रेन ड्राप छत्तीसगढ़ और आशीर्वाद ब्लड बैंक ने मिलकर इस बार बेटियों के लिए कुछ अलग करने की सोची। डोनेट थोड़ा सा के अभिजीत पारख और रूपल गुप्ता ने बताया कि उनकी और सहयोगी संस्थाएं लगातार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत काम कर रहे हैं, लेकिन इस नवरात्रि सभी ने मिलकर एक साथ कन्या पूजन का प्लान बनाया।
आंकड़े कम हो तो बात बने
ल्यासा की खुशी जैन ने कहा कि जिले में महिला अपराध का ग्राफ जिस तरह बढ़ रहा है, उसे देखने के बाद बेटियों की सुरक्षा को लेकर हम सभी को पहल करनी चाहिए। इसकी शुरुआत घर से ही होगी, क्योंकि जब घर से ही बहन-बेटियों के सम्मान के संस्कार मिलेंगे तो अपने आप लोग भी इसे समझने लगेंगे। खुशी ने कहा कि आज सभी ने संकल्प लिया है कि वे रोजाना कम से कम 5 लोगों को महिला सुरक्षा को लेकर जरूर जागरूक करेंगे।
ल्यासा की खुशी जैन ने कहा कि जिले में महिला अपराध का ग्राफ जिस तरह बढ़ रहा है, उसे देखने के बाद बेटियों की सुरक्षा को लेकर हम सभी को पहल करनी चाहिए। इसकी शुरुआत घर से ही होगी, क्योंकि जब घर से ही बहन-बेटियों के सम्मान के संस्कार मिलेंगे तो अपने आप लोग भी इसे समझने लगेंगे। खुशी ने कहा कि आज सभी ने संकल्प लिया है कि वे रोजाना कम से कम 5 लोगों को महिला सुरक्षा को लेकर जरूर जागरूक करेंगे।
0-देखिए हमारे शहर में जननी की स्थिति वर्ष के शुरुआती छमाही में दर्ज मामले
अपराध वर्ष- 2019 2020 2021
बलात्कार 92 98 112
दहेज मृत्यु 2 2 3
शीलभंग 134 111 83
ससुराल में प्रताडऩा 85 59 95
लड़कियों का आयात 1 0 1
छेड़छाड़ 8 14 25
अपराध वर्ष- 2019 2020 2021
बलात्कार 92 98 112
दहेज मृत्यु 2 2 3
शीलभंग 134 111 83
ससुराल में प्रताडऩा 85 59 95
लड़कियों का आयात 1 0 1
छेड़छाड़ 8 14 25