निजी अटेंडेंट्स को लेकर बनाए नियम
प्रतिनिधि मंडल ने हॉस्पिटल के भीतर निजी अटेंडेंट के घूम-घूम कर मरीजों व उनके परिजनों से सीधे संपर्क करते हैं। इस परिपाटी के कारण कई अवांछित तत्व भी हॉस्पिटल में घूमते हैं। यूनियन ने सुझाव दिए हैं कि सभी निजी अटेंडेंट्स को विशेष पास दें। जिसमें इनका पूरा विवरण रहे। सभी अटेंडेंट्स की एक सूची बने ताकि किसी मरीज के परिजनों को अटेंडेंट की सेवा लेने की जरूरत है तो वे उसी सूची में से अटेंडेंट को संपर्क कर उनकी सेवा ले।
मनमानी पैसा वसूली भी रुकेगी
इससे मरीजों के परिजनों से मनमानी पैसे की वसूली भी रुकेगी, क्योंकि मरीजों की मजबूरी का फायदा कई अटेंडेंट उठाते हैं और परिजनों से मनमानी पैसे की वसूली करते हैं। जब यह अटेंडेंट सूचीबद्ध होंगे, तब वे नियमों से भी बंधे होंगे और तय काम करने के समय का मानदेय भी तय होगा। मनमानी वसूली रुकेगी।
निजी एंबुलेंस चालकों की आड़ में असमाजिक तत्व पर लगे रोक
प्रतिनिधि मंडल ने प्रबंधन के सामने इस बात को भी रखा कि हॉस्पिटल परिसर के अंदर कॉफी हाउस के पीछे कुछ एंबुलेंस खड़ी रहती है, जिससे कई मरीजों को जरूरत के आधार पर एंबुलेंस की सेवा मिल सके। यहां एंबुलेंस चालकों की आड़ में कई असमाजिक तत्व भी हॉस्पिटल परिसर में मौजूद रहकर हॉस्पिटल में काम करने वाली महिला कर्मियों के लिए भी असुविधाजनक माहौल बनाते हैं।