निगम का प्रवेश द्वार बंद कर देने से प्रदर्शनकारी और पुलिस के जवानों के बीच झड़प भी हुई। निगम के नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन, भाजपा पार्षद पियूष मिश्रा ने भीतर जाने के लिए गेट को खोलने कहा, लेकिन जवानों ने उन्हें रोक दिया।@Patrika. इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहा सुनी भी हो गई। इससे नाराज महिलाओं ने वहीं पर मटका भी पटक दिया।आक्रोशित नागरिक कलक्टर और निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपकर लौट गए।
सुबह 11 बजे पंप हाउस से पानी की सप्लाई शुरू
चार दिनों की मशक्कत के बाद शिवनाथ नदी तट स्थित इंटकवेल से ७७ एमएलडी फिल्टर प्लांट से पानी की सप्लाई शुरू हो गई है। संपवेल में पानी स्टोर करने के बाद शहर की टंकियों को भरा जाएगा। देर रात तक टंकियों से नलों में पानी सप्लाई की जाएगी। @Patrika. निगम आयुक्त एसके सुंदरानी ने बताया कि शिवनाथ नदी से फिल्टर प्लांट में पानी सप्लाई की जा रही है। शाम तक कुछ टंकियों से नलों में भी पानी सप्लाई की जाएगी।
नया ट्रांसफार्मर लगाने के बाद पैनल बोर्ड, कैपेसिटर शार्ट सर्किट होने से दो बार जल गए थे। इसके बाद निगम ने फिर से नया पैनल बोर्ड लगवाया। इसके बाद भी पॉवर सप्लाई नहीं हुई। तब महापौर देवेन्द्र यादव ने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी और बीएसपी के अधिकारियों को लेकर गुरुवार की आधी रात शिवनाथ नदी पहुंचे।@Patrika. निगम, बीएसपी, विद्युत वितरण कंपनी और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की टीम ने नया केबल लगाया। पैनल बोर्ड के स्वीच बोर्ड, कैपेसिटर को चेंज किया। सुबह ११ बजे सब स्टेशन से पंप हाउस में पॉवर सप्लाई शुरू की गई।
मंगलवार को शिवनाथ नदी तट स्थित इंटकवेल का ट्रांसफार्मर जल गया था। इसके कारण नदी से पानी की सप्लाई बंद थी। टंकियां खाली हो गई थी। पिछले चार दिनों से नेहरू नगर, स्मृति नगर, खम्हरिया, कोहका, कुरुद, वैशाली नगर, शांति नगर, बैकुंठधाम, छावनी, संतोषीपारा, शारदापारा, वीर शिवाजी नगर खुर्सीपार, रिसाली, रुआबांधा, प्रगति नगर के लगभग 42 हजार लोग जलसंकट की समस्या से जूझ रहे हैं।