ऊतई पुलिस के मुताबिक यह घटना 22 फरवरी 2016 की है। घटना के दिन पीडि़त 5 साल की मासूम घर में अकेली थी। पिता काम करने गया था और मां नहाने के लिए गई थी। बच्ची के अकेले होने का फायदा उठाते हुए अभियुक्त ने मासूम को कोठे में ले जाकर दुष्कर्म किया। उसी समय बच्ची का चाचा आ गया। घर पर भतीजी को न देखकर उसने नाम लेकर आवाज लगाई। आवाज सुनकर अभियुक्त भाग निकला। बच्ची के चाचा ने उसे भागते देख लिया। उसने घटना की जानकारी पहले अपने बड़े भाई यानी बच्ची के पिता को दी। फिर थाने में एफआइआर दर्ज कराई।
इस मामले में पुलिस ने 13 गवाहों की सूची न्यायालय में प्रस्तुत की थी। गवाहों में डॉक्टर से लेकर स्कूल शिक्षिका शामिल थी। सभी ने घटना का समर्थन किया। वहीं पीडि़ता ने भी घटना की जानकारी न्यायालय में दी।
घटना के बाद पीडि़त परिवार ने अभियुक्त की तलाश की। वह गांव छोड़ भाग गया था। सप्ताह भर बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।