किराए पर जाता था भवन
आसपास के लोग छोटे बड़े कार्यक्रम के लिए इस क्लब को पहले बीएसपी से किराए पर लेते भी थे। खेल के सामान को उस दिन हॉल से हटा दिया जाता था। बीएसपी के इस तरह के पूरे टाउनशिप में करीब 12 भवन हैं। कोरोनाकाल से पहले इन भवनों से बीएसपी को किराया ही साल में 1 करोड़ से अधिक मिल जाता था। बीएसपी बदले में इनके मेंटनेंस पर उस राशि को लगाने से गुरेज करता रहा। जिससे भवन अब धीरे-धीरे खराब होता जा रहा है।
बीएसपी नहीं तो निगम करे मेंटनेंस
सेक्टर-11 के इस्पात क्लब से खेलकर निकले खिलाड़ी चाहते हैं कि इस भवन का मेंटनेंस किया जाना चाहिए। असल में करना बीएसपी प्रबंधन को ही है। अगर बीएसपी इस कार्य को नहीं करता है तो कम से कम निगम को आगे आकर इसके मेंटनेंस पर ध्यान देना चाहिए। पटरीपार बीएसपी क्षेत्र में निगम ने बहुत से काम किए हैं। यहां भी भवन का मेंटनेंस कर दिया जाए तो बेहतर होगा।
टेटे और वॉलीबॉल के कई खिलाड़ी हुए यहां तैयार
वीसी शेखर, कोच, टेबल टेनिस और वॉलीबॉल, ने बताया कि कोरोनाकाल से पहले तक भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-11 में मौजूद इस्पात क्लब में टेबल टेनिस और वॉलीबॉल का नियमित प्रशिक्षण दिया करता था। आज भी यहां से खेलकर निकले बच्चे राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा में नाम कमा रहे हैं।एम रवि राज, खिलाड़ी, टेबल टेनिस, निवासी भिलाई, ने बताया कि सेक्टर-11 क्लब से ही टेबल टेनिस खेलना शुरू किया। अब के युवाओं को खेलने के लिए इस तरह के भवन की जरूरत है। भवन से प्लास्टर गिर रहे हैं, मेंटनेंस की जरूरत है। टेबल टेनिस छत्तीसगढ़ यूथ में चैंपियन रहा। पिछले साल सीनियर नेशनल में उपविजेता रहा। वर्तमान में सीनियर खेलने के लिए शिलांग आया हूं।
अमन वर्मा, खिलाड़ी, टेबल टेनिस, निवासी भिलाई, ने बताया कि टेटे में सात बार विभिन्न आयु के वर्गों में नेशनल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया हूं। सब जूनियर में सीजी का चैम्पियन रहा, वर्तमान में सीजी जूनियर चैम्पियनशिप में उप विजेता हूं। सेक्टर-11, खुर्सीपार क्लब से खेल शुरू किया। उस क्लब को बचाने की जरूरत है, जिससे यहां के युवा नशा वगैरह कर बिगड़ें न और खेल पर फोकस करें।
सेक्टर-11 क्लब ही रहा टेटे की पाठशाला
कुमारी शर्मिष्ठा शर्मा, खिलाड़ी, टेटे, भिलाई, ने बताया कि टेबल टेनिस की पाठशाला सेक्टर-11, खुर्सीपार का इस्पात क्लब ही रहा है। बच्चों को खेल के प्रति बढ़ावा देने इस तरह के क्लब जरूरी है। मैं अब तक 4 बार इंटर यूनिवर्सिटी में हिस्सा ले चुकी हूं। वर्तमान में जूनियर और यूथ नेशनल की खिलाड़ी हूं।
खेलने की जगह को सहेजने की जरूरत
काजल ध्रुव, खिलाड़ी, टेबल टेनिस, भिलाई ने बताया कि बचपन में अगर बच्चों को उनका जो पसंदीदा खेल है, उसे खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, तो आगे बढ़ते हैं। खुर्सीपार में यह एक क्लब ही था, जहां बच्चे वॉलीबॉल, टेटे, व्यायाम करने जाते थे। अब इस क्लब के भवन को सहेजने की जरूरत है। जिससे आने वाली जनरेशन को इसका लाभ मिल सके। टेबल टेनिस में मैं 4 बार ओपन नेशनल खेल चुकी हूं।