भिलाई

गुड न्यूज: सौ करोड़ की लागत से भिलाई में बनेगा 100 बिस्तर सुपर स्पेशयलिटी ईएसआई अस्पताल

भारत सरकार ने मॉडल टाउन में प्रस्तावित जमीन पर ही तीनमंजिला 100 बिस्तर सुपर स्पेशयलिटी हॉस्पिटल भवन निर्माण के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।

भिलाईJul 06, 2018 / 11:07 am

Satya Narayan Shukla

गुड न्यूज: सौ करोड़ की लागत से भिलाई में बनेगा 100 बिस्तर सुपर स्पेशयलिटी ईएसआई अस्पताल

भिलाई. लगभग एक अरब रुपए की लागत से कर्मचारी राज्य बीमा निगम का हॉस्पिटल (ईएसआइसी) शहर में ही बनेगा। भारत सरकार ने मॉडल टाउन में प्रस्तावित जमीन पर ही तीनमंजिला 100 बिस्तर सुपर स्पेशयलिटी हॉस्पिटल भवन निर्माण के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने जमीन को अतिक्रमण से सुरक्षित रखने पांच एकड़ जमीन के चारों तरफ बाउंड्रीवाल बनवाने का निर्णय लिया है। केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को 84.82 लाख रुपए में बाउंड्रीवाल बनाने का ठेका दिया है। तीन मंजिला भवन निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। हॉस्पिटल बनने के बाद जिले के 1.25 लाख श्रमिक परिवारों को उचित चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलेगा। बाउंड्रीवाल निर्माण के प्रस्ताव पर छत्तीसगढ़ लोक निर्माण विभाग ने प्रशासनिक और तकनीकी मिल चुकी है। एमओयू की प्रक्रिया कम्पलीट होने के बाद सीपीडब्ल्यूडी से बाउंड्रीवाल निर्माण शुरू होगा।
अभी यह परेशानी
जिले में 1.25 लाख से अधिक पंजीकृत श्रमिक परिवार हैं। जो बीएसपी, एचएससीएल, एसीसी, बीईसी, बीके इंजीनियरिंग सहित अन्य उद्योग, नगर पालिक निगम और निजी संस्थाओं में कार्यरत हैं। अभी कर्मचारी राज्य बीमा निगम के राधिका नगर, दुर्ग मालवीय नगर और खुर्सीपार डिस्पेंसरी से सर्दी खांसी जैसी सामान्य बीमारियों का इलाज करवाते हैं। गंभीर होने पर रेफर किया जाता है। मरीज को पहले इलाज के लिए जेब से पैसे खर्च करने पड़ते हैं। क्लेम के लिए बीमा निगम के कार्यालय में आवेदन करना पड़ता है। क्लेम की राशि की स्वीकृत होने में महीनों लग जाते हैं।
इन समस्याओं का यहां इलाज
<सवा लाख से भी अधिक श्रमिक परिवरों का 100 बिस्तर अत्याधुनिक चिकित्सालय में ही इलाज होगा।
<इलाज के लिए रेफर एवं अन्य हॉस्पिटल का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा।
<जेब से पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे।
< क्लेम के लिए बीमा निगम के कार्यालय में आवेदन देने की नौबत नहीं आएगी। प्रकरण हॉस्पिटल से तैयार कर निगम को ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
<निजी चिकित्सालयों की मनमानी पर लगाम लगेगी।

पूर्व जिला अध्यक्ष के पत्र का दिया जवाब
इस मामले को लेकर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ब्रजेश बिचपुरिया ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से शिकायत की थी। हॉस्पिटल निर्माण में हो रहे विलंब से लोगों को हो रही दिक्कतों का शीघ्र निराकरण की मांग की थी। जिसका जवाब कर्मचारी राज्य बीमा निगम के उप निदेशक जीएस गंतायत ने दिया है।
हर महीने खाते में जमा होती है राशि
ठेका श्रमिक और निजी संस्थाओं के काम करने वाले सवा लाख कर्मचारियों के वेतन से प्रतिमाह बीमा के लिए १.७५ रुपए कटौती की जाती है। ४.७५ फीसदी राशि नियोक्ता ठेकेदार/ संस्थान देता है। यह राशि कर्मचारी राज्य बीमा निगम के खाते में जमा होता। इसी राशि से पंजीकृत श्रमिक और कर्मचारियों को चिकित्सा सुविधा दी जाती है।
 

कोरबा, रायगढ़ में बन रहा हॉस्पिटल
६ साल पहले प्रदेश में तीन स्थानों पर 100-100 बिस्तर हास्पिटल निर्माण की घोषणा की गई थी। इनमें कोरबा, रायगढ़ और भिलाई शामिल है। कोरबा में 100 बिस्तर हॉस्पिटल का स्ट्रक्चर तैयार हो गया है। रायगढ़ में हास्पिटल निर्माण काम शुरू हो गई है।
१. बाउंड्रीवाल निर्माण का ठेका पहले मेसर्स ईपीआई प्रायवेट लिमिटेड को दिया गया था। उन्होंने काम नहीं किया। ईएसआईसी ने काम वापस लेकर सीपीडब्ल्यूडी को दिया है।
२.मॉडल टाउन/स्मृति नगर की जमीन के आधिपत्य को लेकर लंबे समय से प्रक्रिया चल रही थी। १०० बिस्तर हॉस्पिटल के लिए प्रस्तावित पांच एकड़ से कम जमीन होने की वजह से हस्तांतरण का मामला अटका हुआ था। निगम और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने जमीन की कई बार नापजोख की। आसपास की जमीन का सीमांकन कर ५ एकड़ जमीन चिन्हित किया। राजस्व विभाग ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम को २३ फरवरी २०१७ को जमीन हस्तांतरित किया।
कैशलेस होगा हॉस्पिटल
२०१३-१४ में जब १०० बिस्तर हॉस्पिटल की घोषणा हुई थी, तब हॉस्पिटल के लिए बजट ९५ करोड़ रुपए रखा गया था। अब इसकी लागत और बढ़ सकती है। यहां सुपर स्पेशयालिएटी हॉस्पिटल की तरह, आधुनिक लैब, ब्लड बैंक, ट्रामा सेंटर, सिटी स्कैन, आधुनिक मशीन से हर जांच की सुविधा से लेकर ऑपरेशन थिएटर होगा। हॉस्पिटल कैशलेस होगा। मरीज को प्लास्टिक मनी कार्ड की सुविधा होगी।
 
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.