राजनांदगांव में इस योजना के लांच होने की घोषणा बुधवार को शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में महापौर मधुसूदन यादव और बॅडी फॉर स्टडी के प्रोजेक्ट हेड सत्यम खंडेलवाल ने की। महापौर ने कहा कि छात्रवृत्ति वितरण के लिए अपने तरह के इस अनूठे कार्यक्रम के लिए संस्था के प्रोजेक्ट हेड खंडेलवाल के साथ नगर निगम आयुक्त अश्विनी देवांगन और उन्होंने लंबी चर्चा के बाद योजना पर काम शुरू किया है।
महापौर ने बताया कि इस परियोजना को चार चरणों में क्रियान्वित किया जाएगा। पहले चरण में नगर निगम क्षेत्र के स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति एवं चयन प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी जाएगी। दूसरे चरण में छात्रों के बारे में जानकारी इक_ी कर उसे स्टूडेंट मैनेजमेंट पैनल में अपलोड किया जाएगा। तीसरे चरण में सभी जानकारी को सरल तरीके से एकत्रित किया जाएगा। आखिरी चरण में सभी आवेदनों का मूल्यांकन कर लाभान्वित छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
संस्था के प्रोजेक्ट हेड खंडेलवाल ने बताया कि न्यूनतम चार हजार से लेकर अधिकतम 50 हजार तक की छात्रवृत्ति दिए जाने का प्रावधान है। सामान्य तौर पर ज्यादातर छात्रवृत्ति के प्रकरण 8 हजार से 12 हजार रुपए तक के बनते हैं।
खंडेलवाल ने बताया कि छात्रवृत्ति से संबंधित प्रक्रिया को सरल करने के लिए बॅडी फॉर स्टडी की स्थापना कुछ मित्रों ने की थी। यह संस्था छात्रवृत्ति से संबंधित जानकारी के लिए विशेषज्ञों की टीम और अनुभवी शिक्षाविदों के मार्गदर्शन से अब तक गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक राज्यों में काम कर रही है। संस्था ने कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से करार किया है। उन्होंने बताया कि हर कंपनी की अपनी अलग प्राथमिकताएं होती है। जैसे कोई कंपनी सिर्फ गल्र्स चाइल्ड पर काम करती है तो यहां से लड़कियों को ही छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। किसी में जाति के आधार पर तो किसी में शैक्षणिक योग्यता के आधार पर छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
दिग्विजय महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष और महापौर ने बताया कि नगर निगम और इस संस्था ने मिलकर 70 लाख रुपए अगस्त 2018 तक छात्रवृत्ति के रूप में वितरित करने की योजना तैयार की है। उन्होंने बताया कि इस तरह अतिरिक्त 70 लाख छात्रवृत्ति बच्चों को हासिल होगी।
महाविद्यालय में योजना शुभारंभ मौके पर रिटायर्ड शिक्षाविद् डॉ. हेमलता महोबे, दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह, प्रोफेसर डॉ. चंद्रिका नाथवानी, डॉ. नीलू श्रीवास्तव सहित अन्य लोग मौजूद थे।