scriptजनता का काम नहीं कर सकती तो पद क्या मतलब, महिला पार्षद ने दिया इस्तीफा, कहा चमचों से घिरे रहते हैं मंत्री | Women councilor of Dhamdha Nagar Panchayat resigns | Patrika News

जनता का काम नहीं कर सकती तो पद क्या मतलब, महिला पार्षद ने दिया इस्तीफा, कहा चमचों से घिरे रहते हैं मंत्री

locationभिलाईPublished: May 04, 2021 05:43:39 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

कोरोना संकट (Coronavirus in Durg) के बीच धमधा नगर पंचायत की महिला पार्षद सरिता यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाली पार्षद धमधा ब्लॉक महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं।

जनता का काम नहीं कर सकती तो पद क्या मतलब, महिला पार्षद ने दिया इस्तीफा, कहा चमचों से घिरे रहते हैं मंत्री

जनता का काम नहीं कर सकती तो पद क्या मतलब, महिला पार्षद ने दिया इस्तीफा, कहा चमचों से घिरे रहते हैं मंत्री

भिलाई. कोरोना संकट के बीच धमधा नगर पंचायत की महिला पार्षद सरिता यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को इस्तीफा सौंपते हुए कहा कि वे जनता के लिए बहुत कुछ करना चाहती थी लेकिन अधिकारी उनकी सुनते नहीं है। जिसके कारण जनहित के कई कार्य रूके पड़े हैं। जब जनता के काम नहीं कर सकती तो पद पर रहने का कोई फायदा नहीं है। इसलिए इस्तीफा दे रही हूं। इस्तीफा देने वाली पार्षद धमधा ब्लॉक महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं।
मंत्री तक किया था बात पहुंचाने का प्रयास
सरिता यादव धमधा नगर पंचायत की वार्ड क्रमांक 15 की पार्षद है। वे दूसरी बार यहां की पार्षद चुनी गईं हैं। महिला पार्षद ने कहा कि वार्ड में विकास कार्यों को उप अभियंता विनायक गर्ग व अन्य अधिकारी रोक रहे हैं। मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। पार्टी के पदाधिकारियों के माध्यम से स्थानीय विधायक और कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे तक बात पहुंचाने का प्रयास भी किया। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री हमेशा चमचों से घिरे रहते हंै।
इंजीनियर ने रोक दिया काम
पार्षद सरिता यादव के पति मनोज यादव ने बताया कि वार्ड के कई कार्य अधूरे पड़े हैं। ढाई साल से पांच लाख का कांजी हाउस का निर्माण अधूरा पड़ा है। टेंडर होने के बावजूद इंजीनियर ने रोड के कार्य का रोक दिया है। गर्मी में पेयजल की समस्या बढ़ गई है, लेकिन टैंकर नहीं मिल रहा है। इसकी अध्यक्ष और सीईओ को जानकारी दी बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जब वार्ड में जनता के उम्मीदों के मुताबिक काम ही नहीं हो रहा है तो पार्षद रहने का क्या मतलब है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से नगर पंचायत के प्रशासनिक कामकाज को लेकर उनकी इंजीनियर से अनबन चल रही थी। इस बात को उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता गुप्ता को भी बताई थी।
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