छावनी सीएसपी विश्वास चंद्राकर ने बताया कि बीएसपी कर्मी जगतराम उके बीएसपी के एसएमएस-3 में जॉब करता था। मंगलवार शाम 4.16 बजे खुर्सीपार निवासी के वेंकट ने उसे अंतिम बार देखा। बीएसपी के मुख्य गेट पर भी जाते हुए सीसीटीवी कैमरे में नजर आया। लेकिन वह बाहर नहीं निकाला। मोबाइल का लोकेशन प्लांट के अंदर ही मिला। बुधवार को पुलिस ने पूरे प्लांट में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। कार वाली जगह को केंद्रित करते हुए उसकी खोजबीन शुरू की। बुधवार शाम 5.45 बजे उसका शव एसएमएस-2 के कनर्वटर-6 के पास तीन पाइप लाइन के बीच मिला। शव को बाहर निकाल कर पोस्टमॉर्टम के भेजा गया था।
टीआई सुरेश ध्रुव ने बताया कि कैंप-1 निवासी जगतराम उके बीएसपी के एसएमएस-3 में ड्यूटी करता था। एक माह पहले उसकी पत्नी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। एक लड़की और एक लड़का है। वह सोमवार को बच्चों के साथ कहीं गया था। इसके बाद करीब 3.45 बजे घर पहुंचा। कुछ देर बाद फिर निकला गया। बच्चों से कहा कि रिश्तेदार से मिलकर आ रहा हूं। देर रात तक नहीं आया। बच्चों ने देर रात गुमशुदगी दर्ज कराई। मंगलवार को करीब 10 बजे को उसकी कार बीएसपी प्लांट के अंदर मिली। छावनी सीएसपी चंद्राकर, भिलाई नगर राकेश जोशी, टीआई भूषण एक्का, टीआई विशाल सोम के साथ पुलिस टीम ने खोजबीन की। प्लांट केअंदर उसका शव मिला।
खोजबीन के लिए दुर्ग पुलिस के डॉग हैंडर अमित कुर्रे को बुलाया गया। डॉग को लेकर हैंडर प्लांट के अंदर पहुंचे। जहां डॉग को कार के आस-पास को सुघाया गया। इसके बाद डॉग प्लांट के एसएमएस-2 के कनर्वटर-6 के पास ले गया। जहां जगतराम का शव मिला। जगतराम के शव में फफोले पड़ हुए थे। फोरेसिंक एक्सपर्ट ने प्रथमदृष्टि में करंट लगने या फिर भाप की वजह की चपेट में आने से मौत होने की आंशका जताई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या का खुलासा हो गया।