नियमित कर्मचारी के बराबर कर रहे ठेका श्रमिक काम
राजहरा खदान की प्रतिनिधि यूनियन के प्रमुख कमलजीत सिंह मान ने इस मौके पर कहा कि ठेका श्रमिक उतना ही काम कर रहे हैं, जितना एक नियमित कर्मचारी कर रहा है। इसके बाद भी उसको न्यूनतम वेतन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। प्रबंधन इन श्रमिकों को नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर एस-1 ग्रेड के बराबर वेतन व सुविधा दे।
राजहरा खदान की प्रतिनिधि यूनियन के प्रमुख कमलजीत सिंह मान ने इस मौके पर कहा कि ठेका श्रमिक उतना ही काम कर रहे हैं, जितना एक नियमित कर्मचारी कर रहा है। इसके बाद भी उसको न्यूनतम वेतन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। प्रबंधन इन श्रमिकों को नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर एस-1 ग्रेड के बराबर वेतन व सुविधा दे।
वेतन समझौता जल्द हो
बीएसपी के कर्मियों का वेतन समझौता जल्द हो। वेतन समझौता के लिए एक-एक साल इंतजार अब नहीं किया जाएगा। मांग नहीं मानते हैं तो खदान से ठोस पहल किया जाएगा। कर्मचारी जब चाह लेंगे, तब से ही बीएसपी का उत्पादन ठप कर देंगे। इस बात की जानकारी प्रबंधन को भी है।
बीएसपी के कर्मियों का वेतन समझौता जल्द हो। वेतन समझौता के लिए एक-एक साल इंतजार अब नहीं किया जाएगा। मांग नहीं मानते हैं तो खदान से ठोस पहल किया जाएगा। कर्मचारी जब चाह लेंगे, तब से ही बीएसपी का उत्पादन ठप कर देंगे। इस बात की जानकारी प्रबंधन को भी है।
एटक का समर्थन करने आए
भिलाई मजदूर संघ के महासचिव शेख महमूद ने कहा कि एटक के साथियों का समर्थन करने यहां आए हैं। वेतन समझौता जल्द हो यह बीएसपी के कर्मचारी चाहते हैं। 1 मार्च को एनजेसीएस की बैठक है, उसके पहले यह प्रदर्शन कारगर साबित होगा।
भिलाई मजदूर संघ के महासचिव शेख महमूद ने कहा कि एटक के साथियों का समर्थन करने यहां आए हैं। वेतन समझौता जल्द हो यह बीएसपी के कर्मचारी चाहते हैं। 1 मार्च को एनजेसीएस की बैठक है, उसके पहले यह प्रदर्शन कारगर साबित होगा।
नुकसान में नहीं रहा सेल
वहीं अध्यक्ष पूरन वर्मा ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में भी सेल नुकसान में नहीं रहा था। सेल ने केंद्र सरकार को बतौर टेक्स पिछले साल 33,000 करोड़ रुपए दिया है। सरकार का ही सार्वजनिक उपक्रम होने की वजह से यह राशि लौटा दी जाती है, तो सेल बड़े मुनाफा में आ जाएगा। इस तरह कार्मिकों के वेतन समझौता में आने वाली सारी दिक्कत दूर हो जाएगी। इस मौके पर समर्थन करने इस्पात श्रमिक मंच के महासचिव राजेश अग्रवाल भी पहुंचे। इस मौके पर बोरिया गेट में एटक के एनजेसीएस सदस्य विनोद सोनी, राजू लाल श्रेष्ठ, नंदिनी खदान से आर श्रीधर समेत तमाम नेता मौजूद थे।
वहीं अध्यक्ष पूरन वर्मा ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में भी सेल नुकसान में नहीं रहा था। सेल ने केंद्र सरकार को बतौर टेक्स पिछले साल 33,000 करोड़ रुपए दिया है। सरकार का ही सार्वजनिक उपक्रम होने की वजह से यह राशि लौटा दी जाती है, तो सेल बड़े मुनाफा में आ जाएगा। इस तरह कार्मिकों के वेतन समझौता में आने वाली सारी दिक्कत दूर हो जाएगी। इस मौके पर समर्थन करने इस्पात श्रमिक मंच के महासचिव राजेश अग्रवाल भी पहुंचे। इस मौके पर बोरिया गेट में एटक के एनजेसीएस सदस्य विनोद सोनी, राजू लाल श्रेष्ठ, नंदिनी खदान से आर श्रीधर समेत तमाम नेता मौजूद थे।
बोरिया गेट में लगा जाम
प्रदर्शन के दौरान जहां सड़क के किनारे टेंट लगाकर श्रमिक नेता अपनी बातों को एक-एक कर रख रहे थे। वहीं दूसरी ओर बोरिया गेट में भारी वाहनों की वजह से जाम जैसे हालात बन गए थे। बीएसपी की हर यूनियन इस व्यवस्था का विरोध कर चुकी है। इसके बाद भी यहां हर दिन जाम लगता ही है।
प्रदर्शन के दौरान जहां सड़क के किनारे टेंट लगाकर श्रमिक नेता अपनी बातों को एक-एक कर रख रहे थे। वहीं दूसरी ओर बोरिया गेट में भारी वाहनों की वजह से जाम जैसे हालात बन गए थे। बीएसपी की हर यूनियन इस व्यवस्था का विरोध कर चुकी है। इसके बाद भी यहां हर दिन जाम लगता ही है।