आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि पहले दिन 400 श्रावकों ने भगवान का अभिषेक किया। इसके बाद केशवलाल सुभाष हुमड ने 108 रिद्धी मंत्रों से आदिनाथ भगवान का स्वर्ण कलश से अभिषेक एवं शांतिधारा की। राजेन्द्र अजमेरा, संजय बाकलीवाल, सुनील शाह, विवेक बाकलीवाल, महेन्द्र छाबडा, राकेश पहाडिया एवं राजकुमार अग्रवाल ने शांतिधारा की।
मंदिर प्रांगण में मिश्रीलाल अग्रवाल, सोहनलाल बडजात्या, भागचन्द कासलीवाल, एनसी जैन एवं केशवलाल हुमड ने झण्डारोहण सचिव अजय बाकलीवाल ने बताया कि उत्तम क्षमा धर्म की आराधना की गई। पण्डित दिनेश शास्त्री ने कहाकि शास्त्रों के अनुसार जल, वायु, पृथ्वी, अग्निकाय जीव, पशु, नारकीय, देव एवं मनुष्यगति में सभी प्राणियों के प्रति दया भाव ही उत्तम क्षमा है। ऐसी उत्तम क्षमा मुनिराज धारण करते है। पूनम कोठारी, सुरेन्द्र गोधा, वीणा मंगल के सान्निध्य में संगीतमय सामुहिक पूजा में देव शास्त्र गुरु, सौलह कारण, पंचमेरु, आदिनाथ भगवान की पूजा भी की गई। पूजन में राजकुमार सेठी, दिनेश बज, सुरेश गदिया, जम्बू भैंसा, राजकुमार अजमेरा, लीना शाह, कमला कासलीवाल, उषा गोधा, निकिता विनायका, नेहा कोठारी, सुशीला सहित सैकडों श्रावक-श्राविकाओं ने पूजा में हिस्सा लिया।
हाउसिंग बोर्ड शास्त्रीनगर स्थित सुपाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में सुबह सात बजे से अभिषेक व शान्तिधारा की गई। शांतिधारा एवं ध्वजारोहण त्रिलोक चन्द छाबड़ा, सुरेन्द्र कुमार, कुणाल जैन, विमल कुमार, जयकुमार, संजय छाबड़ा, प्रकाशचन्द्र गंगवाल, सुमतिकुमार, अरिहंत अजमेरा, अशोक बिलाला, शांतिस्वरूप, दीपक अजमेरा ने किया। विधान का अनावरण का सुशीला पाटनी व दीप प्रज्ज्वलन राजकुमार बडज़ात्या ने किया।
पण्डित पंकज जैन ने उत्तम क्षमा के विषय में बताया। जनसम्पर्क मंत्री भागचन्द पाटनी ने बताया कि ध्वजारोहण के बाद श्रावक-श्राविकाओं ने 108 मंगल कलशों से बैण्ड-बाजों के साथ घट यात्रा निकाली। रात्रि में सुपाश्र्वनाथ जागृति मंच के तत्वावधान में शास्वत सत्य का कार्यक्रम हुआ।