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किसानों की जेब में आएंगे 1711 करोड़ रुपए

locationभीलवाड़ाPublished: Feb 24, 2020 10:59:14 am

Submitted by:

Suresh Jain

गेहूं, चना व जौ की 6.34 लाख टन की होगी पैदावारमौसम ने साथ दिया तो किसानों की होगी बल्ले-बल्ले

1711 crores will come in farmers' pockets in bhilwara

1711 crores will come in farmers’ pockets in bhilwara

भीलवाड़ा।
Agriculture Department जिले में इस बार गेहंू, जो व चना की बंपर पैदावार की संभावना जताई जा रही है। कृषि विभाग की ओर से इस बार जिले में ४ लाख ३८ हजार ७५७ टन गेहूं, १ लाख १४ हजार ३७५ टन जो तथा ८१ हजार २१५ टन चना के उत्पादन का अनुमान लगाया गया है। इस बार जिले में रबी की फसल की बोआई दो लाख 6१ हजार 2५५ हेक्टेयर में हुई थी। इसमें गेहूं की बोआई १ लाख ३६ हजार ६८२, जौ ४२ हजार ४४३ हजार तथा चना ८० हजार हेक्टेयर तथा तारामीरा की बोआई २ हजार हेक्टेयर में हुई थी। अभी गेहूं, सरसों व चना आदि की फसल लहलहा रही है। Agriculture Department इस बार चने की बोआई पिछले साल से अधिक हुई है। इस बार औसत से अधिक उत्पादन की संभावना है। जिले में कई जगह अगेती सरसों की कटाई शुरू हो गई। कृषि उपज मंडी में भी नई सरसों की आवक शुरू हो गई है। इस उत्पादन को सही माने तो किसानों की जेब में १७११ करोड़ रुपए की राशि आएगी।
इतना होगा उत्पादन
– सरसों: कृषि विभाग के अनुसार इस साल जिले में २४ हजार हेक्टेयर में सरसों की फसल की बोआई हुई थी। कृषि विभाग के अनुसार सरसों की औसत पैदावार १८ क्किंटल प्रति हेक्टेयर मानी जाती है। ऐसे में सरसों की पैदावार ४४ हजार टन का अनुमान है।
– चना: इस बार जिले में ८० हजार हेक्टेयर में चने की फसल बोआई हुई थी। चने की औसतन पैदावार करीब 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मानी है। ऐसे में इस बार चने की पैदावार ८१ हजार २१५ टन का अनुमान है।
– जौ: जिले में इस बार ४२ हजार ४४३ हेक्टेयर में जौ की फसल की बोआई हुई थी। जौ की औसतन पैदावार २७ क्किंटल प्रति हेक्टेयर मानी जाती है। ऐसे में इस बार जौ की पैदावार १ लाख १४ हजार ३७५ टन का अनुमान है।
– गेहूं: जिले में गेंहू की १ लाख ३६ हजार ८८२ हेक्टेयर में फसल की बोआई की गई थी। गेहूं का औसत उत्पादन ३२ क्विंटल प्रति हेक्टेयर मानी गई है। ऐसे में जिले में गेहूं ४ लाख ३८ हजार ७५७ टन का उत्पादन होगा।
बाजार में बढ़ेगी रौनक
इन फसलों के मंडी में आने से किसानों की बल्ले-बल्ले होगी। हालांकि फसल कटाई में अभी देर है। ऐसे में मौसम ने साथ दिया तो किसानों के जेब में करोड़ों रुपए की राशि आएगी। इससे जिले के लगभग ढाई लाख किसानों की जेब में यह राशि आएगी। इन राशि में से लाखों रुपए किसान बेटों, बेटियों की शादी के लिए भी सोने-चांदी के जेवरात समेत अन्य सामानों की खरीद करने व व्यवस्था में खर्च करेंगे। ऐसे में बाजारों में रौनक बढ़ेगी।
गेहूं-चना और सरसों से मिलेंगे अरबों, तीन लाख किसान होंगे मालामाल
जिले में इस साल कोई नुकसान नहीं हुआ तो रबी फसल से करीब तीन लाख किसान मालामाल होंगे। अकेले सरसों, गेहूं व चने की फसल की पैदावार बाजार में या समर्थन मूल्य पर बिकती है तो इन तीनों फसलों की पैदावार से ही करीब तीन लाख किसानों के हाथों में १७ अरब ११ करोड़ १६ लाख रुपए आएंगे। इनमें से गेहूं व जो की फसल से ११ अरब 6१ करोड़ ५७ लाख रुपए, सरसों से एक अरब ७६ करोड़ रुपए, चने की फसल से ३ अरब ७३ करोड़ ५८ लाख ९० हजार रुपए मिलेंगे।
फसलों के दाम यह रहने की संभावना
– चना का समर्थन मूल्य ४६५० रुपए क्विटल।
– गेहूं व जौ का २१०० रुपए क्विटल।
– सरसों का समर्थन मूल्य 4000 रुपए क्विटल।

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