40 ऑक्सीजन युक्त बेड और बढ़ाने की तैयारी
भीलवाड़ाPublished: May 06, 2021 10:18:14 pm
महात्मा गांधी अस्पताल में बदलेगी व्यवस्था
40 ऑक्सीजन युक्त बेड और बढ़ाने की तैयारी
भीलवाड़ा।
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए महात्मा गांधी अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन युक्त 40 बेड ओर बढ़ाने का निर्णय किया है। इसके लिए अस्पताल के 5 वार्डों में काम चल रहा है। अस्पताल में अभी 270 बेड कोरोना मरीजों के आरक्षित कर रखे हैं। इनमें 210 पर ऑक्सीजन सुविधा है। 40 बेड और बढ़ने पर अस्पताल में 250 ऑक्सीजन युक्त बेड हो जाएंगे। अस्पताल के कुपोषण वार्ड, बर्न वार्ड, सर्जिकल आईसीयू, पुराना चिल्ड्रन वार्ड व पुराना एनआईसीयू में अस्पताल प्रशासन ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था कर रहा है। इसके लिए २५ लाख के ऑक्सीजन उपकरण जवाहर फाउण्डेशन की ओर से उपलब्ध कराए गए है।
210 बेड पर उपचार
एमजीएच के ऑर्थोपेडिक वार्ड, फीमेल मेडिकल वार्ड, मेल सर्जिकल वार्ड, कॉटेज वार्ड, आई वार्ड सहित टीबी अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। ऑक्सीजन सुविधा हो जाने के बाद पांच अन्य वार्ड में भी कोरोना मरीजों का उपचार हो सकेगा।
15 से 20 डॉक्टर ले रहे हैं राउंड
अस्पताल में मृत्यु दर रोकने के लिए कोविड वार्डो में 15 से 20 डॉक्टर रोजाना राउंड ले रहे हैं। इन डॉक्टरों में फिजिशियन, सर्जन, एनेस्थीसिया, ईएनटी सहित अन्य सभी चिकित्सक शामिल है। कोरोना मरीज को दवा के साथ योग व ध्यान भी कराया जा रहा है। मानसिक तनाव दूर करने के लिए म्यूजिक सिस्टम भी वार्डों में लगे हुए हैं।
आपातकालीन स्थिति में किए 96 ऑपरेशन
अस्पताल के सभी चिकित्सक कोरोना वार्डो में सेवाएं देने के साथ आम मरीजों को भी उपचार दे रहे हैं। आउटडोर में मरीजों को नियमित परामर्श के साथ ही आपातकालीन स्थिति वाले मरीजों के ऑपरेशन भी कोविड की जांच के बाद कर रहे है। कोविड की रिपोर्ट नहीं आने और मरीज का ऑपरेशन करना जरूरी होने पर चिकित्सक पीपीई किट पहनकर ऑपरेशन कर रहे हैं। अप्रेल में 96 मरीजों के ऑपरेशन किए गए। इनमें 73 बड़े व 23 छोटे ऑपरेशन शामिल है। इनमें सर्जिकल विभाग के चिकित्सकों ने 34 बड़े व 16 छोटे, अस्थी रोग विभाग के चिकित्सकों ने 19 बड़े और नाक कान गला विभाग के चिकित्सकों ने 20 बड़े व 7 छोटे ऑपरेशन किए। मार्च में 281 व फरवरी माह में 278 ऑपरेशन किए गए।
दो दिन में काम पूरा
अस्पताल में ऑक्सीजन पॉइंट बढ़ाने के लिए वेंडर काम कर रहे है। दो दिन में काम पूरा हो जाएगा। हेल्प डेस्क पर भी 5 बेड बढ़ाए है। वहां अब १५ बेड हो गए हैं।
– डॉ. अरुण गौड़, अधीक्षक एमजीएच