पूरी तरह से ऑनलाइन होने वाली प्रक्रिया के लिए बैंक का वेबपोर्टल तैयार किया जाएगा। इसमें जिले के सभी किसानों का ब्यौरा होगा। पहले बैंक व्यवस्थापक यह कार्य करते थे। पोर्टल के बाद किसान ऑनलाइन फसली ऋण से जुड़ी प्रक्रिया देख सकेगा। अब तक किसानों की साख सीमा भी अलग-अलग होती थी। इस बार सभी किसानों के लिए एक साख सीमा तैयार कर ऋण दिया जाएगा। किसानों को खरीफ की फसल के लिए ऋण देने की प्रक्रिया शुरू हो गई, लेकिन बैंकों के पास बजट नहीं है।
गौरतलब है कि कर्जमाफी 2019 में जिले के 1.२१ लाख किसानों का ३१८ करोड़ का कर्जा माफ हुआ। इसमें से करीब ६७४३ किसान डिफॉल्टर हैं। ये किसान आधार वेरिफिकेशन के बाद सामने आए हैं।
बैंक अपने स्तर पर बांटेंगे ऋण
सीसीबी से कहा गया है कि वे फिलहाल अपने वित्तीय स्रोतों से ऋण वितरण की व्यवस्था करें। सरकार के स्तर पर अलग बजट आवंटित नहीं किया जाएगा। अब तक हर साल खरीफ सीजन में नाबार्ड व राज्य सरकार से फंड मिलने पर ही बैंक ऋण वितरित करते हैं।
ऑनलाइन प्रक्रिया से मिलेगा ऋण
खरीफ ऋण वितरण प्रणाली में ऑनलाइन प्रक्रिया लागू होगी। किसानों की साख सीमा पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी। बैंक के वेबपोर्टल पर अपलोड सूचना के आधार पर ऋण जारी होगा।
अनिल काबरा, प्रबन्धक, सीसीबी, भीलवाड़ा