scriptomicron 9 साल पहले हमारे पास सिर्फ 8 ऑक्सीजन बेड थे, अब 1260 हो गए | 9 years ago we had only 8 oxygen beds, now we have 1260 | Patrika News

omicron 9 साल पहले हमारे पास सिर्फ 8 ऑक्सीजन बेड थे, अब 1260 हो गए

locationभीलवाड़ाPublished: Dec 08, 2021 10:00:57 pm

Submitted by:

jaiprakash singh

सरकारी अस्पतालों में 20 ऑक्सीजन प्लांट तैयारजरूरत पड़ने पर 2 हजार सिलेण्डर ऑक्सीजन का उत्पादन हो सकेगा

omicron 9 साल पहले हमारे पास सिर्फ 8 ऑक्सीजन बेड थे, अब 1260 हो गए

omicron 9 साल पहले हमारे पास सिर्फ 8 ऑक्सीजन बेड थे, अब 1260 हो गए

जयप्रकाश सिंह
भीलवाड़ा।
omicron कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की प्रदेश में दस्तक ने वापिस दहशत पैदा कर दी है। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन और बेड की कमी से मरीज और उनके परिजन परेशान गए थे, लेकिन इस बार चिकित्सा विभाग ने सबक लेते हुए पहले से कई गुना ज्यादा ऑक्सीजन और पलंग की व्यवस्था की है। जनवरी 2013 में जहां पूरे भीलवाड़ा जिले में सरकारी अस्पतालों में केवल 8 ऑक्सीजन बेड थे, वे अब बढ़कर 1260 हो गए हैं। जिला अस्पताल समेत जिले के बड़े सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कुल 20 ऑक्सीजन प्लांट तैयार किए गए हैं, जिनसे जरूरत पड़ने पर 2 हजार सिलेण्डर ऑक्सीजन का उत्पादन हो सकता है।
भीलवाड़ा मेडिकल कालेज से सम्बद्ध राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल में कोरोना की पहली लहर के मुकाबले चिकित्सकीय सुविधाओं में खासी बढ़ोतरी हुई है। जनवरी 2013 में यहां सिर्फ आठ ऑक्सीजन पलंग और 8 ही वेंटीलेटर्स थे। ये आठ पलंग भी आईसीयू के अंदर ही थे। मार्च 2020 में जब कोरोना ने भीलवाड़ा में दस्तक दी, तब भी यहां पर 12 वेंटीलेटर और 125 ऑक्सीजन बेड थे। उस समय आईसीयू में भी सिर्फ 18 ही बेड थे, लेकिन अब यहां 80 वेंटीलेटर, 407 ऑक्सीजन बेड, 65 बेड का आईसीयू, दस बेड का एनआईसीयू और 6 बेड का पीडिएट्रिक आईसीयू तैयार है। इसी माह 20 बेड का नया आईसीयू और 9 बेड का पीडिएट्रिक आईसीयू और तैयार हो जाएगा। इनके अलावा निजी अस्पतालों में भी कई ऑक्सीजन बेड और वेंटीलेंटर है।
दो प्लांट से बढ़कर अब सात
कोरोना की दूसरी लहर में अस्पताल परिसर में दो ऑक्सीजन प्लांट थे, जिनसे 130 सिलेण्डर रोजाना ऑक्सीजन उत्पादन होता था। उस समय भारी मांग होने पर प्रशासन ने दूसरे शहरों में ऑक्सीजन प्लांट से सिलेण्डरों की व्यवस्था की थी। लेकिन अब यहां 7 प्लांट तैयार हो चुके है, जिनसे 920 सिलेण्डर रोजाना ऑक्सीजन तैयार हो सकता है। यहां उपलब्ध 80 वेंटीलेटर में से 46 को जरूरत पड़ने पर 5 साल से अधिक आयु के बच्चों में भी काम में लिया जा सकता है।
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यहां लगाए ऑक्सीजन प्लांट
जिले में 14 अस्पतालों में 20 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए है। इनमें से 7 स्थानों पर कार्य अन्तिम चरण में चल रहा है। ये भी अगले सप्ताह शुरू हो जाएंगे। जिले में भीलवाड़ा महात्मा गांधी चिकित्सालय, शाहपुरा सेटेलाइट, जहाजपुर, मांडलगढ़, मांडल, रायपुर, गंगापुर, आसीन्द, गुलाबपुरा, कोटड़ी, फूलियाकलां, हमीरगढ़, रायला, ईएसआई हॉस्पिटल भीलवाड़ा तथा आयुष चिकित्सालय भीलवाड़ा में प्लांट लगाए गए है। मांडल, शाहपुरा, आसीन्द, गुलाबपुरा, कोटड़ी, ईएसआई हॉस्पिटल भीलवाड़ा तथा आयुष चिकित्सालय भीलवाड़ा में प्लांट का काम अन्तिम चरण में है।
1219 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
जिले में कुल 1219 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। इनमें 5 लीटर क्षमता के 752 तथा 10 लीटर क्षमता के 467 हंै। इन सभी को जिले की पीएचसी, सीएचसी पर पहुंचा दिए गए है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के संचालन को लेकर सभी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। महात्मा गांधी अस्पताल में भी 200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर है।
विदेश से आए 81 जनों की जांच, सभी नेगेटिव
भीलवाड़ा जिले में पिछले दिनों एक स्कूली छात्रा कोरोना संक्रमित मिली थी, उसके बाद से कोई नया केस नहीं आया है। जिले में विदेशों से अब तक आए 81 जनों की कोरोना जांच हुई है, लेकिन इनमें से एक भी संक्रमित नहीं मिला। चिकित्सकों के एक तिहाई पद रिक्तजिले में चिकित्सकों के एक तिहाई पद रिक्त है। जिला मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन स्वीकृत 368 पदों में से 134 रिक्त है। ऐसे में कई सामुदायिक केन्द्रों में चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। जिले के सामुदायिक अस्पतालों में लेब तकनीशियन और फार्मासिस्टों की भी भारी कमी बनी हुई है।
एमजी अस्पताल में यूं बढ़ी सुविधा
वर्ष वेंटीलेटर्स ऑक्सीजन बेड आईसीयू एनआईसीयू पीआईसीयू
जनवरी 2013 8 8 8 0 0
जनवरी 2018 12 125 16 0 0
मार्च 2020 12 125 18 0 0
दिसम्बर 2021 80 407 65 10 6
जिले में चिकित्सक और नर्सिंग स्टॉफ
नाम स्वीकृत पद रिक्त
चिकित्सक 368 134
नर्स प्रथम 140 17
नर्स द्वितीय 404 47
एएनएम 739 96
लेब तकनीशियन 114 61
फार्मासिस्ट 101 67

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