942 किलो ई-वेस्ट एकत्र
भीलवाड़ाPublished: Oct 17, 2021 08:59:00 am
भीलवाड़ा में 14 से 24 अक्टूबर तक ड्राइव प्रोग्राम
भीलवाड़ा।
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल बोर्ड की ओर से ई-वेस्ट और रिसाइकिलिंग ड्राइव प्रोग्राम में दो दिन में करीब 942 किलो ई-वेस्ट एकत्र हुआ। बोर्ड ने भीलवाड़ा में 14 से 24 अक्टूबर तक ड्राइव प्रोग्राम चला रखा है। अजमेर की संस्था प्रतिदिन वैन लेकर भीलवाड़ा के विभिन्न क्षेत्रों से ई-वेस्ट का कलेक्शन कर रही है। वही औद्योगिक इकाईयों से भी ई-वेस्ट एकत्रित किया जा रहा है।
क्षेत्रीय अधिकारी महावीर मेहता ने बताया कि इलेक्ट्रोनिंग उपकरण लगातार अपग्रेडेशन हो रहे है। ऐसे में पुराने खराब हो चुके ई-वेस्ट का उचित निस्तारण होना चाहिए।इसे लेकर शहर के हर कबाडिय़ों से भी चर्चा करके ई-वेस्ट एकत्रित किया जाएगा। इसके बदले में निर्धारित दर के आधार पर भुगतान भी किया जाएगा।
सबसे अधिक खतरनाक
मेहता ने बताया कि मोबाइल, पर्सनल कंप्यूटिग डिवाइस और टेलीविजन सबसे खतरनाक ई-वेस्ट में शामिल है। प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत की दर से इसमें बढ़ोतरी हो रही है। इनमें डेढ़ फीसदी ही ई-वेस्ट सही तरीके से रिसाइकिल हो पाता है। शेष ई-वेस्ट कचरे के ढेर में जाता है।
– ई-वेस्ट में मरकरी, कैडमियम और क्रोमियम जैसे कई विषैले तत्व शामिल होते हैं, जिनके निस्तारण के असुरक्षित तौर-तरीकों से मानव स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और तरह-तरह की बीमारियाँ होती हैं। लैंडफिल में ई-वेस्ट, मिट्टी और भूजल को दूषित करता है। इससे खाद्य आपूर्ति प्रणालियों और जल स्त्रोतों में प्रदूषकों का जोखिम बढ़ जाता है।
पर्यावरण को खतरा
ई-वेस्ट पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरनाक है। ई-वेस्ट मैनेजमेंट के जरिए इससे बचा जा सकता है। ई-वेस्ट का निस्तारण के लिए दो ई-वेस्ट कलेक्शन सेंटर बनाने गए है। एक मेवाड़ चेम्बर भवन व पुर स्थित वस्त्र भवन में इसका सेन्टर संचालित किया जा रहा है।