scriptजिले में 50 हजार वैक्सीन रखने के लिए ९६ पॉइन्ट की सुविधा | 96 point facility for keeping 50 thousand vaccines in the district | Patrika News

जिले में 50 हजार वैक्सीन रखने के लिए ९६ पॉइन्ट की सुविधा

locationभीलवाड़ाPublished: Oct 24, 2020 11:05:03 pm

Submitted by:

Suresh Jain

सरकार ने मांगी जिले की मूल्यांकन रिपोर्ट

96 point facility for keeping 50 thousand vaccines in the district in bhilwara

96 point facility for keeping 50 thousand vaccines in the district in bhilwara

सुरेश जैन
भीलवाड़ा।
भले ही अभी कोरोना वैक्सीन तैयार न हुई हो, लेकिन इसके जल्द तैयार होने की संभावनाओं के मद्देनजर सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। वैक्सीन सुरक्षित रखने के लिए पहले ही व्यवस्था करनी होगी। इसलिए सरकार की ओर से स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर वैक्सीन के सुरक्षित करने के लिए उपलब्ध और आवश्यक संसाधनों के बारे में जानकारी मांगी है। चिकित्सा विभाग की और से इसकी जानकारी अगले माह भेजी जाएगी। जिले में ९६ आइएलआर स्टोरेज है। जहां पर ५० हजार वैक्सीन रखने की क्षमता है। जिले की जनसंख्या २८ लाख से अधिक हैं।
कोरोना संक्रमितों का ग्राफ थोड़ा कम जरूर हुआ है, लेकिन ये थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना कम या ज्यादा संख्या में नए संक्रमितों का मिलना जारी जारी है। धीरे-धीरे आठ हजार के आसपास पहुंच चुका है। इसके साथ ही कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या भी १४० से अधिक पहुंच चुकी है।
चिकित्सा विभाग के पास १२६ आईएलआर
चिकित्सा विभाग से अभी वैक्सीन के रखरखाव और उपलब्ध संसाधन के बारे में जानकारी मांगी है। वैक्सीन रखने के लिए ९६ पाइन्ट है। दो नए पाइन्ट आसीन्द व सुवाणा बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किए है। इसी तरीके से वैक्सीन को रखने के लिए आइस लाइन रैफ्रीजरेटर (आईएलआर) की आवश्यकता होती है। ११ तरीके की वैक्सीन रखने के लिए १२६ आईएलआर है। कोरोना की वैक्सीन भी बड़ी मात्रा में आएगी। इसके लिए अलग से आईएलआर की आवश्यकता होगी।
अभी अजमेर से आ रही है वैक्सीन
वर्तमान में एक सिरम इंडिया बच्चों के लिए वैक्सीन भेजती है। यह हिमाचल प्रदेश के अम्बाला में निर्माण इकाइयों से चंडीगढ़ से होते हुए दिल्ली पहुंचती है और इसके बाद जयपुर। वहां से अजमेर व उदयपुर भेजा जाता है। वहा से विभिन्न जिलों के कोल्ड चेन पाइन्ट पर पहुंचाया जाता है। वर्तमान में जो बच्चों की वैक्सीन आ रही है, वह अजमेर से सड़क मार्ग से इन्सुलेटेड व रेफ्रीजरेटेड वेन से आती है। इसके बाद इसे कोल्ड चेन पाइन्ट से वैक्सीन सत्र स्थल तक पहुंचाया जाता है।
हर माह लगते है २६ सौ वैक्सीन सत्र
वर्तमान में ११ तरह की बीमारियों के लिए वैक्सीन निशुल्क केन्द्र सरकार से मिलते है। यह वैक्सीन बच्चों, गर्भवती महिलाएं, किशोरी व किशोर के लगते है। इसके लिए हर माह २६ सौ सत्र लगाए जाते है। कोरोना वैक्सीन आने के बाद अलग से सत्र लगाए जाएंगे।
यह आएगी समस्या
वैक्सीन आने के बाद चिकित्सा विभाग के सामने कई समस्या आएगी। वर्तमान में वैक्सीन १६ वर्ष तक के बच्चों के लिए है। कोविड-१९ की वैक्सीन हर उम्र के लोगों के लिए रहेगी। वैक्सीन से पहले मैन पावर बढ़ाना होगा। वर्तमान में ५०० स्वास्थ्यकर्मी, २ हजार आशा सहयोगिनी है। वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने होंगे। वैक्सीन के संग्रहण व भंडारण की स्थिति को सुधारना होगा।
सरकार ने मांगी मूल्यांकन रिपोर्ट
सरकार ने कोविड-१९ वैक्सीन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। फिलहांल मैन पावर, आईएलआर की सुविधा, वैक्सीन रखने के पाइन्ट समेत कई तरह की मूल्यांकन रिपोर्ट मांगी है। इसकी तैयारी में लगे है। हर कदम जिला प्रशासन के अनुसार ही उठाया जाएगा।
डॉ. सीपी गोस्वामी, आरसीएचओ भीलवाड़ा
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