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निविदा में जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल
नगर परिषद की इस निविदा में जनप्रतिनिधियों की भूमिका होने से पूरी प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है। सवाल यह है कि जब पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है तो निर्माण शाखा के बाहर पार्षदों व अन्य जनप्रतिनिधियों का सक्रिय क्यों हुए हैं। यही नहीं, पत्रिका में समाचार प्रकाशन के बाद नगर परिषद की जगह मंदिर पर ठेकेदार व जनप्रतिनिधियों की बैठक करने से इस निविदा पर संदेह और बढ़ गया है। इसमें नगर परिषद की ओर से जो निर्धारित बजट है उससे बिलो रेट में निविदा नहीं जाए इसलिए एेसा किया जाता है।
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निदेशक को शिकायत
कुछ लोगों ने स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक को शिकायत की है। इसमें सभापति व आयुक्त पर भी इस प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरतने का आरोप लगाया है। इस शिकायत में लिखा है कि डीएलबी की ऑनलाइन निविदा से विपरित जाकर निविदा के साथ स्केन डीडी (धरोहर राशि) को नहीं मानते हुए वर्तमान में मौके पर डीडी जमा होने वाली डीडी की निविदा को ही खोला जा रहा है। एेसे में इस निविदा प्रक्रिया की जांच कराई जाने की मांग की है।
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नगर परिषद में हो रही निविदा में पूरी पारदर्शिता है। अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि निविदा में भाग लेना सबका अधिकार है। किसी को रोका नहीं जाएगा। शहर में विकास को गति देने के लिए निविदा प्रक्रिया जरूरी है।
मंजू चेचाणी, सभापति नगर परिषद
निविदा में जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल
नगर परिषद की इस निविदा में जनप्रतिनिधियों की भूमिका होने से पूरी प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है। सवाल यह है कि जब पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है तो निर्माण शाखा के बाहर पार्षदों व अन्य जनप्रतिनिधियों का सक्रिय क्यों हुए हैं। यही नहीं, पत्रिका में समाचार प्रकाशन के बाद नगर परिषद की जगह मंदिर पर ठेकेदार व जनप्रतिनिधियों की बैठक करने से इस निविदा पर संदेह और बढ़ गया है। इसमें नगर परिषद की ओर से जो निर्धारित बजट है उससे बिलो रेट में निविदा नहीं जाए इसलिए एेसा किया जाता है।
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निदेशक को शिकायत
कुछ लोगों ने स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक को शिकायत की है। इसमें सभापति व आयुक्त पर भी इस प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरतने का आरोप लगाया है। इस शिकायत में लिखा है कि डीएलबी की ऑनलाइन निविदा से विपरित जाकर निविदा के साथ स्केन डीडी (धरोहर राशि) को नहीं मानते हुए वर्तमान में मौके पर डीडी जमा होने वाली डीडी की निविदा को ही खोला जा रहा है। एेसे में इस निविदा प्रक्रिया की जांच कराई जाने की मांग की है।
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नगर परिषद में हो रही निविदा में पूरी पारदर्शिता है। अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि निविदा में भाग लेना सबका अधिकार है। किसी को रोका नहीं जाएगा। शहर में विकास को गति देने के लिए निविदा प्रक्रिया जरूरी है।
मंजू चेचाणी, सभापति नगर परिषद