उपरेड़ा निवासी चंता पत्नी सत्यनारायण कुमावत को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार रात एमसीएच लाया गया था। सुबह उसे लेबररूम में ले जाया गया। इस दौरान चंता के साथ उसकी ननद सोहनी और जेठानी सजनी भी थी। लेबररूम में चंता को महिला मिली। उसने चंता की घड़ी खोलकर सोहनी को दे दी। उसके बाद गहने खोलकर देते हुए सोहनी को चाय लेने भेजा। इसी दौरान महिला ने सोहनी को वापस बुलाकर कहा कि गहने चंता मंगवा रही है। इस पर सोहनी ने मांदलिया, दो रामनामी और झुमरियां उस महिला को दे दी। मौका पाक महिला वहां से चम्पत हो गई। कुछ देर बाद ठगी का पता चलने पर परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को घटना की जानकारी दी।
पहले भी हो चुकी वारदात पहले भी लेबररूम में प्रसूताओं से गहने ले जाने की वारदत हो चुकी हैं। एक साल में आधा दर्जन वारदात के बाद भी पुलिस मामले राजफाश नहीं कर पाई है।
फिर किस काम की पुलिस चौकी अस्पताल में पुलिस चौकी है। इसमें सहायक उपनिरीक्षक स्तर का अधिकारी और पर्याप्त जाप्ता है। निजी एजेंसी के चौकीदार भी लगे हुए हैं। इसके बाद भी ठगी और चोरियों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
अब खुली नींद, लगेंगे कैमरे घटना को देखते हुए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण गौड़ ने बताया कि एमसीएच परिसर में सीसी कैमरे लगाने का निर्णय किया गया है। खासतौर से लेबर रूम के बाहर कैमरे लगाकर निगरानी रखी जाएगी। मरीज के साथ आने वाले परिजनों की रजिस्टर में एंट्री की जाएगी।