ऐसेे रंगे हाथ पकड़ा गया था ईओ-
आसींद निवासी देवीलाल ने ईओ के खिलाफ एसीबी को शिकायत की थी। परिवादी ने बताया कि आसींद में मकान बनाने के लिए निर्माण स्वीकृति के लिए नगर पालिका में आवेदन कर रखा था। निर्माण स्वीकृति की एवज में ईओ डेढ़ लाख की रिश्वत मांग रहा था। एक लाख ले भी लिए। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया। इसके बाद एसीबी ने पचास हजार रुपए रिश्वत लेते ईओ और उसके चालक को रंगे हाथ पकड़ा था।
आसींद निवासी देवीलाल ने ईओ के खिलाफ एसीबी को शिकायत की थी। परिवादी ने बताया कि आसींद में मकान बनाने के लिए निर्माण स्वीकृति के लिए नगर पालिका में आवेदन कर रखा था। निर्माण स्वीकृति की एवज में ईओ डेढ़ लाख की रिश्वत मांग रहा था। एक लाख ले भी लिए। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया। इसके बाद एसीबी ने पचास हजार रुपए रिश्वत लेते ईओ और उसके चालक को रंगे हाथ पकड़ा था।
इनका कहना है
दो-तीन दिन पूर्व फरियादी ने यह जानकारी दी थी। डीआईजी के मार्फत एसीबी मुख्यालय को पत्र लिखा है। नियमावली के अनुसार पदभार संभालने में विधिक प्रक्रिया की पालना की गई या नहीं इसकी जांच की जाएगी।
दो-तीन दिन पूर्व फरियादी ने यह जानकारी दी थी। डीआईजी के मार्फत एसीबी मुख्यालय को पत्र लिखा है। नियमावली के अनुसार पदभार संभालने में विधिक प्रक्रिया की पालना की गई या नहीं इसकी जांच की जाएगी।
- बृजराजसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, भीलवाड़ा एसीबी
यह पद रिक्त था। न्यायालय के आदेश पर ही पदभार संभाला। इसमें कोई गलत नहीं किया।
- पिंटूलाल जाट, अधिशाषी अधिकारी, आसींद नगरपालिका
यह पद रिक्त था। न्यायालय के आदेश पर ही पदभार संभाला। इसमें कोई गलत नहीं किया।
- पिंटूलाल जाट, अधिशाषी अधिकारी, आसींद नगरपालिका
