script

घर में जगह का शपथ पत्र बे-कार, पार्किंग नीति की दरकार

locationभीलवाड़ाPublished: Oct 22, 2021 09:07:52 am

Submitted by:

jaiprakash singh

जिले में 85 हजार से ज्यादा कार और जीप का पंजीयनअधिकांश घरों के बाहर खड़े रहते है चार पहिया वाहन

घर में जगह का शपथ पत्र बे-कार, पार्किंग नीति की दरकार

घर में जगह का शपथ पत्र बे-कार, पार्किंग नीति की दरकार

जयप्रकाश सिंह
भीलवाड़ा.
हाइकोर्ट के निर्देश पर चारपहिया वाहन पंजीयन के समय घर में पार्किंग की जगह होने के बारे में परिवहन विभाग को दिया जाने वाला शपथ पत्र कागजी साबित हो रहा है। जगह के अभाव में शहर के अधिकांश घरों के अंदर की बजाय सड़क पर ही चार पहिया खड़े हो रहे हं। इसके चलते कॉलोनियों में सड़कें करीब 40 फीसदी संकरी हो गई हंै। ऐसे में अब शहर में पार्किं ग नीति की मांग उठने लगी है। भीलवाड़ा जिले में ८५ हजार से ज्यादा कार और जीप परिवहन कार्यालय में पंजीकृ त हैं, इसमें करीब 53 हजार कार हैं।
शपथ पत्र केवल खानापूर्ति
शहर में बढ़ती पार्किं ग की समस्या को देखते हुए राजस्थाना हाइकोर्ट ने वर्ष 2010 में चार पहिया वाहनों के पंजीयन के संबंध में आदेश पारित किया था। इसके तहत उसी व्यक्ति के चारपहिया वाहन का पंजीयन किया जाना था, जिसके घर में उसे खड़ा करने के लिए जगह हो। वाहन मालिक को परिवहन विभाग में शपथ पत्र देना जरूरी कर दिया गया। परिवहन विभाग और वाहन विक्रेताओं ने इसे महज खानापूर्ति कर दिया। वाहन बेचते समय विक्रेता ग्राहक से शपथ पत्र लेकर विभाग में जमा करा देते हैं। विभाग भी अपने राजस्व का लक्ष्य पूरा करने के चक्कर में शपथ पत्र को संबंधित वाहन की फाइल में लगा देता है। आज तक विभाग ने किसी भी व्यक्ति के घर पर जाकर जगह के बारे में जांच नहीं की।
व्यावहारिक रूप से पालना संभव नहीं
जानकारों का कहना है कि जगह होने पर ही वाहन के पंजीयन की पूरी तरह पालना संभव नहीं है। कार अब विलासिता की वस्तु के बजाय लोगों के परिवार की जरूरत बन गई है। इस आदेश का सख्ती से क्रियान्वयन ग्राहक, व्यापारी और परिवहन विभाग तीनों के लिए नुकसान दायक है। यहीं कारण है कि आदेश की सख्ती से पालना नहीं हो रही। शहरों में बढ़ते वाहन और पार्किं ग की समस्या के मद्देनजर इसको लेकर नीति की मांग की जा रही है। प्रदेश में अभी पार्किं ग को लेकर कोई नीति नहीं है।
तीन तरह की पार्किं ग का सुझाव
जानकारों के अनुसार शहर में जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास और नगर परिषद को तीन तरह की पार्किं ग विकसित करने की जरूरत है। यह पार्किं ग सार्वजनिक, निजी और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप में हो सकती है। विदेशों में अधिकांश जगह इसी तरह की पार्कि ंग हो रही है।
खाली भूखंडों पर बने स्थल
शहर में अधिकांश कालोनियों में घर के बाहर ही पार्किंग हो रही है। इन कॉलोनियो में खाली भूखंडों पर या पार्क के कि नारे ऑटोमैटिड पार्किं ग की व्यवस्था की जा सकती है। कॉलोनी और मोहल्ला विकास समितियों को इसके लिए पहल करनी चाहिए। नगर विकास न्यास और नगर परिषद को भी शहर में जगह आरक्षित कर अत्याधुनिक पार्किं ग का निर्माण कराना चाहिए। शहर में कई स्थानों पर अंडर ग्राउण्ड पार्किं ग की जरूरत है।
पत्रिका जिम्मेदारों तक पहुंचाएगा बात
शहर में विकट होती जा रही पार्किं ग की समस्या के निराकरण के लिए राजस्थान पत्रिका जनता की आवाज बनेगा। वह आमजन की बात और सुझाव जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचाएगा। पत्रिका की कोशिश होगी कि शहर के प्रमुख इलाकों में जल्द से जल्द चार पहिया वाहनों की पार्किं ग के लिए स्थल बनें। आप पार्किं ग के बारे में अपने सुझाव ९०५७५३१६२२ नंबर पर वाट्सएप्प कर सकते हैं।
पार्किंग के लिए नीति बनाने की जरूरत
यह बात सही है कि कई लोग चार पहिया वाहन खरीदते समय पार्किं ग की जगह होने के बारे में गलत शपथ पत्र दे रहे हैं। विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। पार्किं ग की समस्या को दूर करने लिए शहर में इसके लिए नीति बनाए जाने की जरूरत है। इसके तहत सार्वजनिक और निजी पार्किं ग स्थल बनाए जाने चाहिए।- वीरेन्द्र सिंह राठौड़, जिला परिवहन अधिकारी, भीलवाड़ा
भारतीय दंड संहिता की धारा 193 के तहत झूठे शपथ पत्र देना दंडनीय अपराध है। अपराध प्रमाणित होने पर तीन साल तक के कारावास एवं जुर्माने से दंडित किया जा सकता है। अभी तक राजस्थान में मात्र एक प्रकरण ही इस संबंध में क्लॉक टावर पुलिस थाना अजमेर में दर्ज हुआ है। किसी भी परिवहन अधिकारी के द्वारा इस बारे में कोई कानूनी कार्रवाई या परिवाद आदि दर्ज नहीं करवाया गया है।
विवेक नंदवाना, एडवोकेट, कानूनी सलाहकार
जिले में कुल पंजीकृ त वाहन
कुल वाहन- 865413
दोपहिया वाहन -681661
कार- 49455
जीप- 29295
टैक्सी- 3075

टेम्पो- ५९४८
आटोरिक्शा- 4746
—–
नो-पार्किंग में बनाए गए चालान और जुर्माना
वर्ष चालान जुर्माना
2017 6938 6 लाख 93 हजार 800
2018 4087 4 लाख 8 हजार 700
2019 3907 3 लाख 90 हजार 700
2020 3565 3 लाख 93 हजार 600
2021 3286 3 लाख 57 हजार 200

ट्रेंडिंग वीडियो