अस्पतालों में रोज आ रहे सौ से अधिक रोगी
महात्मा गांधी अस्पताल व निजी अस्पतालों में रोजना 100-125 ऐसे रोगी आ रहे हैं। इनमें पहले कोरोना के लक्षण रहे, लेकिन अब वे किसी न किसी बीमारी से फिर ग्रसित हैं। ऐसे रोगी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं। कई मरीजों का कहना है कि कोरोना से पीड़ित होने के बाद उन्हें जीवन तो मिल गया, लेकिन अब तक वे इसके प्रभाव से बच नहीं पा रहे हैं। आए दिन अन्य बीमारियां उन्हें घेर रही है।
जिले में हो गई कई मौतें
कोरोना से स्वस्थ होने बाद कई लोगों को हृदयघात भी हुआ। इस बारे में डॉ. रामअवतार बैरवा का कहना है कि भीलवाड़ा में एक माह में 5 से 7 मौतें कोरोना पीड़ित रह चुके लोगों की हो रही हैं। किसी को किडनी की परेशानी तो कोई हृदय रोग से पीड़ित हो रहे हैं। कोरोना के बाद आने वाले रोगों को पोस्ट कोविड सिन्ड्रोम कहा जाता है। यह किडनी, लीवर, हृदय और रक्त वाहिकाओं को भी प्रभावित करता है। ऐसे लोगों को सिर दर्द, थकावट और कमजोरी अधिक आ रही है।
कोराना पीड़ित रहे लोग बरतें विशेष सावधानी
कोरोना से बचने के बाद जो मरीज ठीक हो गए हैं, उन्हें कुछ परेशानियां आ रही हैं। ऐसे रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
डॉ. अरुण गौड़, अधीक्षक, एमजीएच