पति को फंसा दिया, जांच में खुली डीएसपी की पोल
कांदा निवासी रामलाल बलाई तीन महीने तक बिना जुर्म के जेल में रहा। 13 मई को रूपाहेली के श्यामलाल बलाई की पुत्री ने पीहर में फंदा लगाकर जान दे दी थी। मृतका के पिता ने सदर थाने में पति रामलाल के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया था। जांच अधिकारी डीएसपी आर्य ने बिना जांच के बाद अगले दिन रामलाल को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। डीएसपी की गलती सामने आने के बाद एएसपी ने मामले को झूठा मानते हुए रामलाल को क्लीन चिट दी। मामले में एफआर लगाई और पति को जेल से छुड़ाया।
निर्दोष छह माह जेल में रह गया
किशोरी का अपहरण कर बलात्कार के पॉक्सो एक्ट के मामले में निर्दोष छह माह जेल में रहा। इस मामले में भी डीएसपी आर्य ने जांच की थी। उस समय भी उनका रीडर सेन था। ४ जनवरी को विशिष्ट न्यायाधीश संख्या दो (पॉक्सो मामलात) ने अनुसंधान में लापरवाही बरतने पर नाराजगी जाहिर कर डीजीपी और गृह सचिव को जांच एवं अनुशासत्मक कार्रवाई के लिए लिखा था। कोर्ट ने दो जनों को पोक्सो के आरोप से दोषमुक्त किया।