भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर में वेल्डिंग का काम करने वाले पांचवीं पास युवक शिवराज पांचाल ने बाइक के इंजन से विमान बनाकर नया करनामा कर दिखाया। जिसे उड़ान भरते देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लेकिन जुगाड़ के विमान को पुलिस-प्रशासन ने उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी। पुलिस ने शिवराज की दुकान पर पहुंचकर उड़ान नहीं भरने के लिए पाबंद कर युवक का बनाया हुआ जुगाड़ू हवाई जहाज जब्त कर लिया। प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने से शिवराज के अरमान दिल में ही दबकर रह गए। पहली उड़ान भरने की पूर्व घोषणा के चलते बड़ी संख्या में लोग नागदी बांध पर पहुंच गए और इस उडऩ कटोले को देखने के लिए उत्साहित दिखे।
35-40 हजार रुपए हुए खर्च
चावंडिया निवासी 30 वर्षीय शिवराज ने मोटरसाइकिल के इंजन से हवाईजहाज बनाया है। खिलौना बनाते समय उसे हवाईजहाज बनाने की सूझी। उसने 20 फीट लंबे पंख वाला 15 फीट लंबा उडनख़टोला बना डाला। पंखों पर कपड़े का खोल चढ़ाया गया। दो लीटर की प्लास्टिक की बोतल पेट्रोल टैंक रूप में बांधी गई। शिवराज ने बताया कि छह माह में पूरे हुए इसके निर्माण में 35-40 हजार रुपए खर्च हुए। इसमें लोहे के तीन पहिए लगाए व उड़ाने भरने वाले समेत दो जनों के बैठने के लिए लोहे की सीट बनाई। सामने लोहे का पंखा लगाया। पुलिस के मुताबिक हादसे के अंदेशे के चलते विमाननुमा उडनख़टोला जब्त कर लिया गया गया है।
चावंडिया निवासी 30 वर्षीय शिवराज ने मोटरसाइकिल के इंजन से हवाईजहाज बनाया है। खिलौना बनाते समय उसे हवाईजहाज बनाने की सूझी। उसने 20 फीट लंबे पंख वाला 15 फीट लंबा उडनख़टोला बना डाला। पंखों पर कपड़े का खोल चढ़ाया गया। दो लीटर की प्लास्टिक की बोतल पेट्रोल टैंक रूप में बांधी गई। शिवराज ने बताया कि छह माह में पूरे हुए इसके निर्माण में 35-40 हजार रुपए खर्च हुए। इसमें लोहे के तीन पहिए लगाए व उड़ाने भरने वाले समेत दो जनों के बैठने के लिए लोहे की सीट बनाई। सामने लोहे का पंखा लगाया। पुलिस के मुताबिक हादसे के अंदेशे के चलते विमाननुमा उडनख़टोला जब्त कर लिया गया गया है।
सफलतापूर्वक उड़ा कर दिखाऊंगा
शिवराज बताते हैं कि आज उन्हें नागदी बांध से उडऩ खटोले को उड़ा कर देखना था। मगर प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने से मुझे थोड़ी मायूसी जरूर हुई मगर में इसे उड़ा कर दिखाऊंगा; मेरे द्वारा बनाए गए इस उडऩ खटोले पर प्रशासन को मैं विश्वास में लूंगा और इसे सफलतापूर्वक उड़ा कर दिखाऊंगा।
शिवराज बताते हैं कि आज उन्हें नागदी बांध से उडऩ खटोले को उड़ा कर देखना था। मगर प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने से मुझे थोड़ी मायूसी जरूर हुई मगर में इसे उड़ा कर दिखाऊंगा; मेरे द्वारा बनाए गए इस उडऩ खटोले पर प्रशासन को मैं विश्वास में लूंगा और इसे सफलतापूर्वक उड़ा कर दिखाऊंगा।