जो दर्शन करेगा वह भव सागर पार होगा। प्रभु के दर्शन, स्मरण व सेवा मात्र से जीव का कल्याण हो सकता है। दर्शन मात्र से प्रभु कल्याण करेंगे। इससे पहले डॉ. वागीश रविवार शाम पांच बजे आनंदधाम हवेली पहुंचे जहां पुष्टिमार्गीय वैष्णव सेवा संस्था के राजेंद्र बाहेती, गोपाल झंवर, हरिसिंह श्रीमाल, अरविंद बजाज, प्रदीप झवेरी, मूल चंद जागेटिया, नटवर मालपानी सहित अन्य ने स्वागत किया।
प्रभु पालकी के साथ शोभायात्रा पाटोत्सव के तहत सोमवार दोपहर ढाई बजे चित्रकूट धाम से शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें विभिन्न महिला संगठनों की सदस्याएं शामिल होगी। प्रभु श्रीनाथ व द्वारिकाधीश भगवान की पालकी शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण रहेगा। शोभायात्रा शाम 7 बजे आनंदधाम हवेली पहुंचेगी। जहां जोधपुर के राधाकृष्ण महाराज के सानिध्य में भजन संध्या होगी। श्रीनाथ व द्वारिकाधीश भगवान की पाटोत्सव 18 दिसंबर सुबह 9 बजे होगा। दिन में 3 से 6 बजे तक छप्पन भोग झांकी दर्शन होंगे। 19 दिसंबर को बंगला मनोरथ दर्शन व 20 को नंद महोत्सव मनाया जाएगा।