Bank employees strike जिला मुख्यालय के सरकारी बैंकों के अधिकारी व कर्मचारी सुबह ओबीसी के बाहर एकत्र हुए। यहां अध्यक्ष जीवनराम डूकिया के नेतृत्व में बैंकों के विलय के विरोध में नारे लगाए व प्रदर्शन किया। यहां यूनियन की ओर से संरक्षक जेके पारख, अध्यक्ष डूकिया, सचिव अशोक बिड़ला, शिव सोडाणी, कृष्णगोपाल जागेटिया, अर्जुन सिंह, रजनी क्षेत्रपाल ने संबोधित किया।
इकाई सचिव अशोक बिरड़ला ने बताया कि जिले में विभिन्न बैंकों की 275 ब्रांच हैं। इनमें लगभग १२५ ब्रांचों में कारोबार नहीं हुआ। नकद लेनदेन, ट्रांसफर, नेट, आरटीजीएस सहित अन्य बैंकिंग कामकाज नहीं हुआ। हालांकि ऑनलाइन होने के कारण क्लीयरिंग सुचारु रही।
इकाई सचिव अशोक बिरड़ला ने बताया कि जिले में विभिन्न बैंकों की 275 ब्रांच हैं। इनमें लगभग १२५ ब्रांचों में कारोबार नहीं हुआ। नकद लेनदेन, ट्रांसफर, नेट, आरटीजीएस सहित अन्य बैंकिंग कामकाज नहीं हुआ। हालांकि ऑनलाइन होने के कारण क्लीयरिंग सुचारु रही।
बैंक एसोसिएशन पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार एक-एक कर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का दूसरे बैंकों में विलय कर रही है। जिस बैंक का विलय किया जा रहा है, उसके कर्मचारियों को नुकसान होगा। यही वजह है कि वे विलय का विरोध कर रहे हैं। बैंकों की ओर से उपभोक्ताओं पर विभिन्न दंडात्मक शुल्क लगाने का भी विरोध किया जा रहा है। एक दिवसीय हड़ताल के चलते जिले के विभिन्न बैंकों में करीब 400 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ।