हवाई जहाज से पशुपतिनाथ-काठमाण्डु (नेपाल) की यात्रा की जा सकेगी। तीर्थ, जहां रेल से यात्रा रामेश्वरम्-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी- अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, सम्मेदशिखर-पावापुरी, उज्जैन- ओंकारेश्वर, गंगासागर (कोलकाता), कामाख्या (गुवाहटी), हरिद्वार-ऋषिकेश, बिहार शरीफ, वेलनकानी चर्च (तमिलनाडू) तीर्थ यात्रा (रेल) का सामान्य प्रस्थान स्थल- जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर, बीकानेर, अजमेर होगा।
यह रहेगी पात्रता- राजस्थान का मूल निवासी एवं 60 वर्ष से अधिक आयु का हो (आयु की गणना 1 अप्रेल, 2022 को आधार मानकर की जाएगी) अर्थात आवेदक का जन्म 01 अप्रेल 1962 से पूर्व का हो। आयकरदाता न हो।
तीर्थ यात्रा के लिए पात्र की ओर से पूर्व में देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना का लाभ न उठाया गया हो। पूर्व में यात्रा न किए जाने का स्व: घोषणा पत्र यात्री को देना होगा।
यात्री ने इस शर्त का उल्लंघन किया है तो कार्रवाई होगी। भिक्षावृत्ति पर जीवन गुजारने वाले पात्र नहीं होंगे। शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम हो और संक्रामक रोग यथा टीबी, कांजेस्टिव कार्डियक, श्वांस में अवरोध संबंधी बीमारी, मानसिक व्याधि, संक्रामक कुष्ठ आदि से ग्रसित न हो।
चिकित्सक का प्रमाण पत्र जरूरी- आवेदन के साथ चिकित्सा अधिकारी का प्रमाण पत्र देना होगा कि वह प्रस्तावित यात्रा के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ एवं सक्षम है। जिनका गत वर्षों में आवेदन के बावजूद नंबर नहीं आए, वे आवेदन के पात्र होंगे।