भीलवाड़ा

जंगल वाले बाबा ने कहा था, आरके कॉलोनी जैसा अभिषेक कहीं नहीं देखा

स्मृतिशेष, 20 अप्रेल 2013 को आए थे भीलवाड़ा, तीन दिन रुके

भीलवाड़ाOct 18, 2019 / 09:33 pm

Suresh Jain

Baba of the jungle had said, Abhishek like RK was nowhere to be seen. in bhilwara

भीलवाड़ा।
Jungle wale baba दिगम्बर सन्त चिन्मय सागर का शुक्रवार दोपहर कर्नाटक के जुगूल में देवलोकगमन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से यम संल्लेखना पर थे। संत के देवलोक गमन की सूचना पर भीलवाड़ा दिगम्बर जैन समाज में शोक की लहर छा गई।
२० अप्रेल २०१३ को हुआ था मिलन
Jungle wale baba जंगल वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध चिन्मय सागर २० अप्रेल २०१३ को यहां आए थे। वे यहां आरके कॉलोनी जैन मंदिर में तीन दिन रुके थे। उन्होंने यहां कहा था, मैं देश के हर शहर का भ्रमण किया। वहां के मंदिरों को भी देखा, लेकिन अभिषेक की जो व्यवस्था आरके कॉलोनी मंदिर में वह कहीं भी देखने को नहीं मिली। उन्होंने यह बात २१ अप्रेल को आरके कॉलोनी मंदिर में श्रावकों से कहीं थी। जैन संत का २० अप्रेल को भीलवाड़ा में मंगल प्रवेश हुआ था। रेलवे स्टेशन चौराहे पर राष्ट्रीय संत तरुण सागर व चिन्मय सागर का मिलन हुआ था। यह नजारा देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा था। तरुण सागर के २४ से २८ अप्रेल तक चित्रकूट धाम में प्रवचन हुए थे।
आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि तत्कालीन जिला कलक्टर औंकार सिंह व नगर विकास न्यास के अध्यक्ष रामपाल शर्मा ने संत कोश्रीफल चढ़ाया था। मुनि ने कलक्टर आवास के बाहर दोनों से शहर के विकास पर चर्चा की थी।
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