नंदराम के घर में शादी तैयारी चल रही थी। टेंट लगे हुए थे और हलवाई काम कर रहा था। जन्मतिथि की जांच में नंदराम की दोनों बेटियां नाबालिग होने की बात सामने आई। इस पर टीम ने बाल विवाह रुकवाकर परिजन को पाबंद किया। नंदराम और उसकी पत्नी कैलाशी को तहसील कार्यालय बुलाकर स्टाम्प पेपर पर नाबालिगों का विवाह नहीं करने का शपथ पत्र लिया। पुलिस ने टेंट, साउंड सिस्टम हटवा दिए।
पत्रिका उठा चुका मुद्दा, कार्रवाई को हुए मजबूर
बनेड़ा क्षेत्र के ही खारी खेड़ा व खेड़लिया में एक माह पूर्व छह नाबालिग जोड़ों के बाल विवाह के मामले को राजस्थान पत्रिका ने ‘नींद में लिख दिया लाडो की जिंदगी का काला अध्यायÓ समाचार प्रकाशित कर उठाया था। इसके पुलिस व प्रशासन हरकत में आया। बाल विवाह के आरोप में जिले में एक साथ 14 जनों की गिरफ्तारी की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई। उच्च न्यायालय राजस्थान विधिक सेवा समिति जोधपुर ने खबर को गम्भीर माना। समिति अध्यक्ष न्यायाधीश संदीप मेहता ने संज्ञान लेते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव से मामले की तत्काल जांच व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।