बिजौलियां। कस्बे में शुक्रवार सुबह जंगल से निकल कर भालू आबादी बस्ती के बीच घुस गया। इससे लोग दहशत में आ गए। भीड़ से घबराया भालू बाड़े में बने एक छोटे से कमरे में जा दुबका। कोटा से आई वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज गन से कई बार निशाना साधा, लेकिन भीलू को बेहोश नहीं किया जा सका। भालू ने कमरे के निकट खड़ी एक कार में बैठ ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास करते दो डॉक्टरों पर भी हमला करने का प्रयास किया। करीब छह घंटे तक मांडलगढ़ और कोटा वन विभाग की टीम को छकाता रहा। उसके बाद उसे बेहोश कर पिंजरे में कैद किया गया। माना जा रहा है कि भूख-प्यास के कारण भटकता हुआ भालू आबादी क्षेत्र में आया।
सुबह 9.30 बजे: जंगल से आया ाालू बिजौलियां छोटा दरवाजा क्षेत्र की बस्ती में घुसा। सुबह 9.35 बजे- हरिशंकर जोशी के बाड़े में बने कमरे में जा दुबका। सुबह 10 बजे: वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। कोटा चिडि़याघर को दी सूचना। दोपहर 12. 15 बजे: ढाई घंटे से कमरे में घुसे भालू को नहीं निकाला जा सका। दोपहर 1.24 बजे: कोटा से रेस्क्यू टीम पहुंची। दोपहर 1.40 बजे: कमरे से 20 फीट दूर खड़ी कार से ट्रेंकुलाइज करने के लिए निशाना साधा। भालू ने कार पर झपट्टा मारा और कमरे में गया।
दोपहर 1.42 बजे: कमरे से निकल दुबारा कार पर झपट्टा मारा और छत पर चढ़कर पीछे की तरफ भागा। मौके पर अफरातफरी।
दोपहर 1.42 बजे: कमरे से निकल दुबारा कार पर झपट्टा मारा और छत पर चढ़कर पीछे की तरफ भागा। मौके पर अफरातफरी। दोपहर 2. 14 बजे- बाड़े के कमरे से भागा।
दोपहर 1.42 बजे: कमरे से निकल दुबारा कार पर झपट्टा मारा और छत पर चढ़कर पीछे की तरफ भागा। मौके पर अफरातफरी। दोपहर 2. 14 बजे- बाड़े के कमरे से भागा। दोपहर 2.22 बजे- रेस्क्यू टीम ने फिर ट्रेंकुलाइज गन से तीन-चार बार निशाना साधा। भालू वहां से भागा।
दोपहर 2.30: भालू बाड़े के पिछवाड़े भागता हुआ राजपूत मोहल्ले के पीछे खेत में छिप गया। रेस्क्यू टीम ने पहुंच ट्रेंकुलाइज कर दिया। अपराह्न 3.34 बजे: डेढ़ घंटे के प्रयास के बाद भालू को ट्रेंकुलाइज कर दिया गया।
मौके पर लोगों का मजमा लग गया।