Medical and Health Department अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम चावला ने बताया कि विभाग की टीम को देख मरीजों को उपचार करता सेन घबरा गया। डॉ. राजेन्द्र मूंदड़ा, व ड्रग इंसपेक्टर विष्णु शर्मा ने उससे पूछताछ की तो वह बगले झांकने लगा। उसके चिकित्सकीय डिग्री व अन्य प्रमाण पत्र भी नहीं थे।
मिला दवाइयों का ढेर
क्लिनिक में दवाइयों का ढेर मिला। गर्भनिरोधक के रूप में काम में आने वाले इंजेक्शन भी थे। विशेष स्थिति में विशेषज्ञों के परामर्श के बाद ही इनका उपयोग किया जा सकता है। इस्तेमाल की हुई सिरिंज, ड्रिप की खाली बोतलें व घाव की सफाई के बाद रूई भी खुले में पड़ी मिली।
क्लिनिक में दवाइयों का ढेर मिला। गर्भनिरोधक के रूप में काम में आने वाले इंजेक्शन भी थे। विशेष स्थिति में विशेषज्ञों के परामर्श के बाद ही इनका उपयोग किया जा सकता है। इस्तेमाल की हुई सिरिंज, ड्रिप की खाली बोतलें व घाव की सफाई के बाद रूई भी खुले में पड़ी मिली।