scriptजनता क्लिनिक के लिए नहीं मिल रहे भामाशाह | Bhamashah cannot be found for Janta Clinic in bhilwara | Patrika News

जनता क्लिनिक के लिए नहीं मिल रहे भामाशाह

locationभीलवाड़ाPublished: Feb 26, 2020 10:39:49 am

Submitted by:

Suresh Jain

विभाग के पास फंड नहीं फिर कैसे खुलेंगेतीन स्थान जहाजपुर, कावाखेड़ा व जवाहरनगर के भेजे प्रस्ताव

Bhamashah cannot be found for Janta Clinic  in bhilwara

Bhamashah cannot be found for Janta Clinic in bhilwara

भीलवाड़ा।
Janta Clinic राज्य की गहलोत सरकार ने निरोगी राजस्थान के तहत दिल्ली की तर्ज पर जनता क्लिनिक खोलने की घोषणा की थी। इसके तहत जिले में दस क्लनिक खोलने की बात कही गई है। लेकिन पहले चरण में जिले में ३ जनता क्लिनिक के प्रस्ताव आए है। Janta Clinic लेकिन सरकार इन्हें भामाशाहों के भरोसे चलाना चाहती है। इसलिए इनके खुलने में फिलहाल संशय है। हालांकि जहाजपुर व भीलवाड़ा शहर में दो यानी कुल तीन प्रस्ताव मिले है। लेकिन बिजली, पानी, फर्नीचर, उपकरण, स्टाफ आदि का खर्च उठाने के लिए सीएमएचओ के पास कोई फंड नहीं है। भामाशाह मिल नहीं रहे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय ने बजट में घोषित जनता क्लिनिक शुरू करने के लिए सभी जिलों से प्रस्ताव मांगे थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुस्ताक खान ने बताया कि जनता क्लिनिक के लिए स्टाफ और संसाधन स्थानीय स्तर पर ही जुटाए जाने हैं। बहुत जरूरी होने पर ही सरकार स्टाफ उपलब्ध कराएगी। बाकी खर्च के लिए फंड भी भामाशाहों से जुटाना है। अभी कोई भामाशाह सामने नहीं आया है। फिर भी मुख्यालय को तीन के प्रस्ताव ही भेजे गए है। कोई भामाशाह मिलेगा तो सरकार की मंशा का अनुसार जनता क्लिनिक खोले जाएंगे।
जनता क्लिनिक खोलने में आ रही परेशानी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक की वीडियो कांफ्रेंस में सभी सीएमएचओ से पूर्व में प्रस्तावित जनता क्लिनिक के संबंध में चर्चा की थी। वीसी में भूमि, भवन, भवन निर्माण, नवीनीकरण की व्यवस्था, फर्नीचर, एसी, बिजली, पानी, आरओ तथा आवश्यक मानव संसाधन की उपलब्धता, टेबलेट, तीन स्मार्ट मोबाइल, प्रिंटर, एलईडी, दो सीसीटीवी कैमरा, इंटरनेट की वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी गई थी। लेकिन सबसे बड़ा सवाल रुटीन के मासिक खर्च का है। जिसे भामाशाह के माध्यम से संचालित किया जाना प्रस्तावित है।
रोगियों को मिलेगी राहत
दरअसलए लोगों को घर के निकट ही नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार ने जनता क्लिनिक का प्रावधान किया है। इनमें मोटे तौर पर लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार, दस्त, पेट दर्द, फोड़ा फुंसी और मौसमी बीमारियों के इलाज की सुविधा मिल सकेगी। इससे महात्मा ंगांधी चिकित्सालय पर २५ प्रतिशत का भार कम हो जाएगा। क्योंकि अभी यहां रोजाना करीब १५०० से १७०० की ओपीडी है। इनमें से १००० रोगी तो सामान्य बीमारियों के ही होते हैं। जनता क्लिनिक खुलने से अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार रोगियों पर ज्यादा बेहतर ध्यान दिया जा सकेगा।
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